
राजस्थान उपचुनाव में करारी हार के बाद पहली बार मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत पार्टी के आला नेताओं से मिलने दिल्ली पहुंची हैं.
वसुंधरा राजे के दिल्ली दौरे को लेकर कई प्रकार की अटकलें लगाई जा रही हैं. बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल हो सकता है. जनाधार वाले कई चेहरे शामिल किए जा सकते हैं, वहीं कई चेहरों की छुट्टी भी हो सकती है. साथ ही चार साल से राज्य में लंबित पड़ी राजनीतिक नियुक्तियों का भी दरवाजा खुल सकता है.
गौरतलब है कि दिल्ली जाने से पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं को खुश करने के लिए वसुंधरा राजे ने राज्य में सभी तरह के तबादलों से बैन हटा लिया है, ताकि कार्यकर्ताओं के कहने पर अलग-अलग विभागों में कर्मचारियों और अधिकारियों के तबादले किए जा सकें.
इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और अरुण जेटली के कहने पर डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा की बीजेपी में धूम-धड़ाके के साथ वापसी हुई है. माना जा रहा है कि उनकी पत्नी गोलमा देवी को भी वसुंधरा मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया जा सकता है.
राज्य में ब्राह्मणों की नाराजगी दूर करने के लिए घनश्याम तिवाड़ी की भी प्रदेश की मुख्यधारा की राजनीति में वापसी हो सकती है. जिन मंत्रियों का प्रदर्शन उपचुनाव में ठीक नहीं रहा है उन पर भी गाज गिर सकती है.
वासुदेव देवनानी, डॉक्टर जसवंत यादव और अनिता भदेल जैसे मंत्रियों के कद छोटे किए जा सकते हैं. जनवरी में हुए उपचुनाव में बीजेपी को दो लोकसभा और विधानसभा की एक सीट पर करारी हार मिली थी, इसमें से चार मंत्रियों के विधानसभा में भी हार मिली थी.