
केंद्र की मोदी सरकार लगातार यह दावा कर रही है कि देश को कैशलेस बनाया जाएगा और ई बैंकिंग के द्वारा धीरे धीरे अब सारे काम निपटाए जाएंगे. मगर जब जनता से बात करने की बारी आती है तो सरकार का यह दावा कहीं ना कहीं खोखला साबित होता है. दक्षिणी दिल्ली के संगम विहार के लोगों का कहना कि वह अभी मोबाइल चलाना नहीं जानते है तो कार्ड से खरीददारी कैसे करेंगे. कई लोगों ने कहा कि हम रोज खबरों में देखते है कि कार्ड चोरी हो जाती है ये खबरें कार्ड का इस्तेमाल करने डराती है, पहले सरकार इसका तो समाधान करें.
लोग बोले कि लोगों में निरक्षरता होने के कारण कैशलेस मुहीम से जुड़ना थोड़ा मुश्किल है, पहले सरकार कैशलेस के बारे में सिखाए तो ही देश कैशलेस बनेगा. दुकानदारों ने भी कहा कि लोगों को स्वाइप मशीन का उपयोग नहीं आता है इसलिए हमारा काम थोड़ा मंदा हो गया है.
ज़ाहिर है सरकार भाषण, विज्ञापन में जिस इंडिया को कैश लेस करने की बात कर रही है वो हकीकत से भारत से मेल नहीं खाता है. कम सरकारी तैयारी और ज्यादा जनता का दर्द इस कैशलेस मुहीम की राह में प्रमुख रोड़ा हैं.