Advertisement

गुरुमूर्ति के 2000 के नोट बंद होने के बयान को लोगों का समर्थन

हालांकि यह बयान से बाजार में अनिश्चितता का माहौल पैदा कर सकता है. पहले से ठंडे पड़े बाज़ार मे दुकानदार अपनी 60 से 70 फ़ीसदी दुकानदारी खो चुके है और आये दिन आने वाली नयो घोषणाएं उन्हें अपनी सेल को और कम होने की आशंका से ग्रसित कर रही है.

गुरुमूर्ति के बयान लोगों का समर्थन गुरुमूर्ति के बयान लोगों का समर्थन
पूनम शर्मा
  • नई दिल्‍ली,
  • 13 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 7:10 PM IST

नोटबंदी के एक महीने से ऊपर होने के बाद आरएसएस के आर. गुरुमूर्ति के 2000 के नोट बंद होने के बयान से ज्यादातर आम लोग खुश भी दिखे और संतुष्ट भी. लोग मानते है कि अगर बड़े नोट बंद होंगे तो काले धन पर भी बड़े पैमाने पर लगाम लगाना सरकार के लिए आसान होगा. साथ ही 2 हज़ार का बड़ा नोट अगर भविष्य मे सरकार बंद करेगी तो इससे कैशलेस इकॉनमी को अपने आप ही बढ़ावा मिलेगा.

Advertisement

हालांकि यह बयान से बाजार में अनिश्चितता का माहौल पैदा कर सकता है. पहले से ठंडे पड़े बाज़ार मे दुकानदार अपनी 60 से 70 फ़ीसदी दुकानदारी खो चुके है और आये दिन आने वाली नयो घोषणाएं उन्हें अपनी सेल को और कम होने की आशंका से ग्रसित कर रही है.

खान मार्किट में ज्वैलरी की शॉप चलाने वाली पल्लवी कहती है कि पहले लोग आर्टिफीशियल ज्वैलरी 20 से 40 हज़ार रुपये तक की खरीद ले जाते थे लेकिन अब हम पूरा दिन इंतज़ार करते है तो कहीं जाकर 2-4 कस्टमर पूरे दिन मे आ पाते है. खान मार्किट बेहद मंहगी जगह है इसलिए समझ नहीं आ रहा है कि आगे यहां पर कैसे दुकान चला पाएंगे, यहां का किराया निकलना भी मुश्किल हो रहा है जो हालात पिछले एक महीने मे देखने को मिले है.

Advertisement

2 घंटे से पैसा निकलवाने के लिए बैंक की लंबी लाइन मे खड़े कौशल मानते है कि आज की कुछ परेशानी कल की बड़ी सहूलियत के लिए सही जा सकती है, सरकार देश के लिए ये कदम उठा रही है लिहाज़ा अगर हम लोग ही सरकार के साथ सहयोग नहीं करेंगे हो फ़िर देश कैसे बदलेगा.

गौरतलब है कि नोटबंदी के एक महीने के बाद भी लाइनों मे खड़े आम लोग सरकार के साथ खड़े दिख रहे है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement