
दिल्ली के कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने पेट्रोल और डीजल के बढ़े दामों को लेकर केंद्र की बीजेपी और दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशाना साधा है. उन्होंने पेट्रोल और डीजल की आसमान छूटी कीमतों के लिए बीजेपी और AAP को जिम्मेदार ठहराया है.
दिल्ली के कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि जब बीजेपी और आम आदमी पार्टी की सरकारों को एक-दूसरे का हित साधना होता है, तो दोनों हाथ मिला लेती हैं. उन्होंने कहा कि दोनों ही पार्टियां पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दामों के लिए जिम्मेदार हैं.
अजय माकन ने कहा कि अगर पेट्रोल और डीजल पर बीजेपी की केंद्र सरकार द्वारा नौ बार बढ़ाई गई एक्साइज ड्यूटी और आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार द्वारा दो बार बढ़ाई गई वैट की दरों को हटा दिया जाए, तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल की कीमत 40-45 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी.
उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाकर पीएम मोदी अपने दोस्तों द्वारा चलाई जा रही रिफाइनरी को सीधे लाभ पहुंचाना चाहते हैं. देश की जनता की खून-पसीने की कमाई से मोदी के मित्रों की जेब भरी जा रही है.
माकन ने कहा कि दिल्ली वैल्यू एडेड टैक्स में दूसरे संशोधन को लेकर आप पार्टी द्वारा दिल्ली विधानसभा में 30 जून 2015 को बिल पास हुआ था, जिसको दिल्ली के उप राज्यपाल ने 10 जुलाई 2015 को अपनी मंजूरी भी दे दी थी यानी 10 दिनों में इस संशोधन को मंजूरी भी मिल गई थी.
उन्होंने कहा कि इस संशोधन के चौथे शडूल में पेट्रोलियम पदार्थों पर वैट की दर 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दी गई. आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों की मिलीभगत से दिल्ली में तेल की कीमतों पर वैट की दरें बढ़ाई गईं, जिसके कारण भी पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े हैं. यह पहला मौका नहीं है, जब अजय माकन ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी और केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है.
इससे पहले वो पेट्रोल और डीजल के बढ़े दामों को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ साइकिल रैली भी निकाल चुके हैं. इस रैली में कांग्रेसी नेताओं, पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया थी. इस दौरान मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई थी. हालांकि कांग्रेस के तमाम विरोध के बावजूद अभी तक पेट्रोल और डीजल के दाम कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. हालांकि मोदी सरकार जल्द ही राहत देने की बात कह रही है.