
आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों पर दिल्ली हाइकोर्ट के आदेश के बाद सियासत तेज हो गई है. फैसले से उत्साहित कांग्रेस ने मांग कर डाली कि लाभ के पद वाले 'आप' के 21 विधायक सदन की कार्यवाही में शामिल न हों. लाभ के पद के दायरे में आने से साबित है कि ये आम आदमी नहीं हैं.
कांग्रेस नेता और दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष अजय माकन ने गुरूवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि लाभ के पद को लेकर ये पार्टी अब साबित कर चुकी है कि ये रास्ते से भटक गए हैं. माकन ने आरोप लगाया कि 'आप' सरकार के मंत्री भ्रष्ट तरीकों से धन कमा रहे हैं. योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के जाने पर इन 21 विधायकों को यह कहकर रोका गया कि आपको संसदीय सचिव बना दिया जाएगा.
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र पर सवाल उठाते हुए माकन ने पूछा, 'इस सत्र का मतलब क्या है जिसमें मुख्यमंत्री खुद नहीं हैं. दिल्ली सरकार के सभी मंत्री दिल्ली से बाहर हैं. रामलीला मैदान में कहा था कि दिल्ली को धोखा नहीं देंगे और अब ये लोग दिल्ली को बदहाली में छोड़ पंजाब, गोवा, वेटिकन, गुजरात घूम रहे हैं.'
माकन ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी 14 सितम्बर को दिल्ली के हर विधानसभा क्षेत्र में धरना देगी और जनता को 'आप' की असलियत बताएंगे. माकन ने दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल को पत्र लिखा है कि निकाले गए 3 मंत्रियों की सदस्यता भी रद्द हो.