
दिल्ली नगर निगम की कुछ सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर राजनीति तेज होती जा रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार और दिल्ली नगर निगम में बैठी बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र में आखिर में जनता जर्नादन सबसे ऊपर होती है, लेकिन दिल्ली में आम आदमी पार्टी और देश में भाजपा इतने अंहकार में हैं कि जनता से उन्हें कोई लेना देना नहीं है.
दिल्ली में विकास के बड़े दावे करने के बावजूद जमीनी स्तर पर बुनियादी सुविधाओं से दिल्ली जूझ रही है. कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि ''ना तो दिल्ली वालों को पीने के लिए सही से पानी मिल रहा है. ना ही साफ सफाई, दिल्ली में कूड़े के ढेर लगे रहते हैं, इसके लिए कौन जिम्मेदार है?''
इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली नगर निगम की 5 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस के जीतने की उम्मीद जताई है. दिल्ली प्रदेश प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शक्ति सिंह ने कहा कि ''दिल्ली की जनता ने 15 साल कांग्रेस पर विश्वास किया, उसके कामों को सराहा. दिल्ली की जनता का कांग्रेस पर विश्वास कायम था, लेकिन इस विश्वास को आम आदमी पार्टी और बीजेपी तोड़ने में कामयाब रही. लेकिन इस बार दिल्ली की जनता एक बार फिर कांग्रेस पर अपना विश्वास वापस कायम करते हुए, इन 5 सीटों पर कांग्रेस को जीत दिलाएगी. दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी और बीजेपी के शासन से त्रस्त हो चुकी है. आगामी चुनावों में दिल्ली की जनता का आशीर्वाद और प्रेम कांग्रेस को वापस मिलेगा.''
पूर्वी दिल्ली नगर निगम की विपक्ष की नेता कुमारी रिंकू सिंह ने कहा कि ''दिल्ली की जनता महंगाई से परेशान हो चुकी है, पेट्रोल और रसोई गैस के सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ रहे हैं.'' उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की जनता इस बार महंगाई और विकास के नाम पर वोट दे, ना कि किसी पार्टी को.
वहीं दूसरी तरफ दक्षिण दिल्ली नगर निगम के विपक्ष के नेता अभिषेक दत्त ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में केजरीवाल बेहतर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर का दावा करते हैं. मोहल्ला क्लीनिक का दावा करते हैं, लेकिन कोरोना काल में अगर मोहल्ला क्लीनिक खुलते तो कोरोना राजधानी दिल्ली में नहीं फैलता और लोगों को इसका लाभ मिल पाता, ये गवर्नेंस का फेलियर है.''
आपको बता दें कि 28 फरवरी को दिल्ली की 5 सीटों पर नगर निगम के उपचुनाव होने हैं जिसमें निगम की सत्ता पर बैठी बीजेपी और विपक्ष में बैठी आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस भी मैदान में है. ऐसे में तीनों दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करते नजर आ रहे हैं.