
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन का मसला यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी तक पहुंच गया है. इस मसले पर शनिवार रात को दिल्ली की पूर्व सीएम व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित और सोनिया गांधी के बीच मीटिंग हुई. सोनिया और शीला की मुलाकात तकरीबन 40 मिनट तक चली. इस दौरान सोनिया गांधी ने हाल ही में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन ना हो पाने की वजह पूछी और दिल्ली की मौजूदा राजनीतिक सूरत-ए-हाल पर बातचीत की.
बता दें कि दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित और सोनिया गांधी के बीच ये बातचीत तब हुई है जब महागठबंधन के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने AAP के साथ कांग्रेस को फिर से अलायंस करने के लिए अनुरोध किया है. हालांकि सोनिया गांधी ने शीला दीक्षित से गठबंधन पर पुनर्विचार करने जैसी कोई बात नहीं कही है उन्होंने सिर्फ स्थिति का आकलन किया है.
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने सोनिया के साथ मुलाकात के बाद एक बार फिर कहा कि आम आदमी पार्टी के साथ किसी भी तरह का गठबंधन नहीं हो रहा है. शीला दीक्षित ने कहा, “राहुल गांधी के साथ मुलाकात के बाद हुआ फैसला (आप के साथ गठबंधन के खिलाफ) अब भी बरकरार है.”
दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच आप से गठबंधन पर कोई बात नहीं हुई. उन्होंने बताया, “शीला जी सोमवार को प्रस्तावित हमारे बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए सोनिया गांधी को निमंत्रण देने गई थीं और यह एक अफवाह है कि गठबंधन पर चर्चा हुई जिसे पहले ही खारिज किया जा चुका है.”
दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलौठिया ने कहा कि सोनिया गांधी पहले ही कह चुकी हैं कि पार्टी से संबंधित मसलों पर पार्टी अध्यक्ष फैसला लेंगे, लिहाजा गठबंधन के मुद्दे पर राहुल के बयान से इतर वो कुछ नहीं कह सकती हैं.
उन्होंने कहा, “ऐसी स्थिति में वह गठबंधन के मुद्दे पर कैसे राहुल गांधी के विरोधाभासी कुछ कह सकती हैं." बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले सप्ताह कहा था कि दिल्ली कांग्रेस राजधानी में आम आदमी पार्टी के साथ किसी भी तरह के गठबंधन के खिलाफ है.
अहंकारी कांग्रेस की जमानत होगी जब्त- केजरीवाल
इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस को 'अहंकारी' करार देते हुए दावा किया कि लोकसभा चुनाव में उसके उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाएगी. मुस्तफाबाद में एक जनसभा में केजरीवाल ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने कांग्रेस को गठबंधन करने के लिए राजी करने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं समझ पायी.
इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को कहा था कि AAP से गठबंधन के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष को जिम्मेदारी भरा फैसला करना चाहिए, ताकि केंद्र में बीजेपी के तानाशाही रवैये को जवाब दिया जा सके.