
देश भर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. गुरुवार को 2 लाख से ज्यादा नए केस सामने आए हैं. ऐसे में साफ़ जाहिर है कि कोरोना की ये लहर पिछली लहर से कितनी तेज है. जहां बीते साल कोरोना पीक पर पहुंचने के बाद भी 1 लाख के आंकड़े को पार नहीं कर पाया था, लेकिन इस बार संक्रमण के मामले एक दिन में 2 लाख से पार पहुंच गए हैं. 24 घंटे में 1038 मौतें भी हुई है. इसी मामले में आजतक के एक ख़ास कार्यक्रम में एक एक्सपर्ट पैनल ने चर्चा की. इस एक्सपर्ट पैनल में एम्स की चीफ न्यूरो सर्जन डॉ. पदमा श्रीवास्तव, मुंबई के जसलोक अस्पताल के डॉ. ओम श्रीवास्तव और मुंबई में कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. गौतम भंसाली शामिल रहे.
चर्चा के दौरान डॉ. पदमा श्रीवास्तव, चीफ न्यूरो सर्जन (एम्स) ने कहा कि जो भी लोग अब कुम्भ, पंचायत चुनाव वगैरह आदि से लौटेंगे तो आंकड़े बढ़ने के आसार ज्यादा हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिस हिसाब से केस बढ़ रहे हैं ऐसे में गुरुवार को 20 हजार तक केस आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि हम अभी भी हालात से निपटने की ताकत रखते हैं, ऐसे में लॉकडाउन उपाय नहीं है.
वहीं डॉ. ओम श्रीवास्तव, जसलोक हॉस्पिटल (मुंबई) ने कहा कि अनकंट्रोल क्राउड के बने रहने की वजह से कोरोना संक्रमण बढ़ा. उन्होंने कहा कि अगर जनता ने अपने रवैया नहीं बदला तो कोरोना के रोजाना के आंकड़े बढ़ते ही जाएंगे. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन समाधान नहीं है. उन्होंने कहा कि कि कोरोना से उबरने में कितना समय लगेगा यह कहना मुश्किल है, लेकिन जिस तरह से भीड़ भाड़ चल रही है उसको देखते हुए यह कई महीनों से तक रहने वाला है यह जरुर देखा जा सकता है.
वहीं एक्सपर्ट पैनल में बैठे डॉ. गौतम भंसाली, सदस्य कोविड टास्क फोर्स (मुंबई) ने कहा कि अगर लोगों ने एहतियात नहीं बरता तो आंकड़े बढ़ते ही जाएंगे. ऐसे में जनता को काफी मदद करनी होगी. सतर्कता बेहद जरुरी है. उन्होंने कहा कि हमारे पास बेहतर मेडिकल व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में बेड की कमी नहीं है, लेकिन डॉक्टर और नर्सेस की ज़रूर है.