
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण का असर स्कूलों पर भी पड़ा है. कोरोना की लहर थमने के बाद दिल्ली में स्कूलों को खोले जाने की मांग हो रही है. दिल्ली में स्कूल खोले जाने को लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि सरकार ने जनता से सुझाव मांगे थे. सरकार को कुल 30 से 35 हजार सुझाव लोगों ने दिए हैं. इन सुझावों में लोग स्कूलों को खोलने की मांग कर रहे हैं.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि दिल्ली में बहुत लोग ऐसे हैं, जो चाहते हैं कि स्कूल खोल दिए जाएं. उन्होंने कहा कि कितने लोग स्कूल खोलना चाह रहे हैं, कितने नहीं, इसका सही आंकलन कर तस्वीर जनता के सामने रखेंगे.
दिल्ली के डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि हमने दिल्ली की जनता से सुझाव मांगे थे. 30-35 हजार सुझाव हमको मिले. सभी सुझावों को बहुत ध्यान से पढ़ रहे हैं. बहुत जल्द इन सुझावों का नतीजा जनता के सामने रखेंगे, और फैसला भी लेंगे.
दिल्ली में स्कूल खुले या नहीं? ट्विटर पोल में 78 फीसदी पैरेंट्स ने दिया ये जवाब
स्कूल खोलने पर जल्द हो सकता है फैसला
कोरोना संक्रमण की रफ्तार जरूर राजधानी में थमी है लेकिन तीसरी लहर की आशंका डरा भी रही है. ऐसे में सरकार मंत्रणा के बाद ही स्कूलों को खोले जाने पर विचार करेगी. तीसरी लहर का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर भी पड़ेगा. ऐसे में बच्चो के अभिभावक भी डरे हुए हैं.
कई राज्यों में खुलने के लिए तैयार स्कूल!
कोरोना की दूसरी लहर में बंद स्कूलों को फिर से खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है. इससे पहले 31 जुलाई को दिल्ली सरकार ने स्कूलों को खोले जाने को लेकर लोगों से राय मांगी थी. पेरेंट-टीचर मीटिंग के बीच दिल्ली के स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन और अभिभावक एक राय नहीं हैं. दिल्ली अभिभावक संघ ने ट्विटर पोल के जरिए दावा किया था कि 78 फीसदी लोगों ने स्कूल न खोले जाने के पक्ष में भी वोट किया है.