
कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने राजधानी दिल्ली में कोहराम मचाना शुरू कर दिया है. दिल्ली में अब तक 238 मामले सामने आ चुके हैं. ज्यादातर कोरोना के ऐसे मामले मिले हैं जहां विदेश से आने वाले लोग कुछ दिनों के बाद कोरोना पॉजिटिव हुए हैं. उनके कॉन्टेक्ट के लोग या घर के लोग भी इसी वजह से कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.
हालांकि राहत की बात ये है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के मरीज़ों को ऑक्सीजन की ज़रूरत नही पड़ी है और सब मरीज़ ठीक होकर घर पहुंच गए हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन डेल्टा के मुकाबले हल्का है.'
'दिल्ली में ओमिक्रॉन मरीज़ों में ज़्यादातर ऐसे मरीज़ हैं जो विदेश से आ रहे हैं. इन यात्रियों को दिल्ली से बाहर जाना होता है और जब दिल्ली एयरपोर्ट पर टेस्ट किया जाता है तो कोरोना पॉजिटिव पाए जाते हैं जिसके बाद उन्हें आइसोलेशन में रखा जाता है'
'दिल्ली एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले 100% लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है. इनमें से जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आती है उन्हें होम आइसोलेशन में भेज दिया जाता है जिनसे दिल्ली सरकार के अधिकारी लगातार संपर्क में रहते हैं.
अगर किसी को हल्का लक्षण नजर आता है तो उसका दोबारा टेस्ट किया जाता है और जो यात्री होम आइसोलेशन में हैं उनका 8वें दिन मेंडेटरी कोरोना टेस्ट होता है. इस दौरान काफी लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं'
क्या दिल्ली में कोरोना बढ़ने की वजह ओमिक्रॉन है?
दिल्ली के कोरोना मरीज़ों की सैंपल रिपोर्ट जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजी गई है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या रिपोर्ट आने के बाद दिल्ली में ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ जाएगी?
इसको लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि आज बड़ी संख्या में रिपोर्ट आएगी. इससे पता चलेगा कि कितने प्रतिशत ओमिक्रॉन है और कितने प्रतिशत डेल्टा वैरिएंट के मरीज़ हैं.
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