
कोरोना की वजह से पूरे देश में हर ओर तबाही का मंजर है. अस्पतालों की स्थिति बेहद खराब है और परिजनों को बीमार लोगों को भर्ती कराने के लिए खासा संघर्ष करना पड़ रहा है. बुजुर्ग महिला को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए परिजन ने दिल्ली से एनसीआर के चक्कर लगाए फिर भी भर्ती नहीं करवा पाए. अस्पताल से 5 किलोमीटर दूर मरीज की मौत भी हो गई.
एक बुजुर्ग महिला को दिल्ली-एनसीआर में उनके परिवार वाले अस्पताल में एडमिट कराने के लिए एंबुलेंस में यहां से वहां भटकते रहे, लेकिन अस्पताल में एडमिट नहीं होने के चलते बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया.
दिल्ली के रहने वाले संदीप चड्डा का आरोप है कि उनकी सास सुनीता को कोविड-19 के लक्षण थे. सुबह से वह दिल्ली के अस्पतालों में गए, लेकिन वह कहीं भी एडमिट नहीं करवा पाए. इसके बाद वह गाजियाबाद में संजय नगर के सरकारी अस्पताल में गए, जहां से उन्हें कहा गया कि पहले कोरोना रिपोर्ट लाइए.
इसके बाद वह संजय नगर के सरकारी अस्पताल से एंबुलेंस के साथ सास को लेकर 5 किलोमीटर दूर सरकारी जिला अस्पताल में पहुंचे, जहां पर महिला ने दम तोड़ दिया.
गाजियाबादः बीमार पति को लेकर भटकती रही महिला
कोरोना से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. श्मशान घाट से लेकर अस्पताल तक जहां देखिए लोग जद्दोजहद करते नजर आ रहे हैं. क्या गाजियाबाद क्या नोएडा क्या दिल्ली सभी जगह अस्पताल बेहाल है.
गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल से एक काफी दर्दनाक मामला सामने आया है. एक महिला अपने बीमार पति को ऑटो में लेकर भर्ती करने की गुहार लगाती नजर आई लेकिन अस्पताल के स्टाफ ने ऑक्सीजन की कमी और बेड ना होने की बात कहकर मरीज को भर्ती करने से इंकार कर दिया. यह महिला अपने पति को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ऑटो में चक्कर काटती रही.
महिला ने बताया कि जहां-जहां मुझे बताया गया, मैं वहां-वहां गई, लेकिन किसी भी अस्पताल ने उनके पति को भर्ती नहीं किया. महिला का कहना है कि वह सुबह से ही अपने बीमार पति को लेकर अस्पतालों के चक्कर काट रही है. सभी अस्पतालों ने ऑक्सीजन खत्म बताकर भर्ती करने से इनकार कर दिया.