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दिल्ली में 18+ के सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर एक हफ्ते से बंद, 24 घंटे में कोरोना के 648 नए मामले

दिल्ली में फिलहाल हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 साल से ज्यादा उम्र वालों के लिए कोवैक्सीन का  4 दिन का स्टॉक बचा है, वहीं, 20 दिन के लिए कोविशील्ड बाकी है.

 एक हफ्ते से ज्यादा समय से दिल्ली में सरकारी सेंटर्स पर युवाओं का वैक्सीनेशन बंद है. (सांकेतिक फोटो) एक हफ्ते से ज्यादा समय से दिल्ली में सरकारी सेंटर्स पर युवाओं का वैक्सीनेशन बंद है. (सांकेतिक फोटो)
पंकज जैन/सुशांत मेहरा
  • नई दिल्ली ,
  • 31 मई 2021,
  • अपडेटेड 12:07 AM IST
  • आतिशी मार्लेना ने केंद्र से वैक्सीन देने की मांग की
  • एक हफ्ते से बंद हैं 18+ वाले सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर
  • प्राइवेट सेंटर पर पैसे देकर युवाओं को लगवानी पड़ रही वैक्सीन

दिल्ली सरकार की तरफ से जारी वैक्सीनेशन बुलेटिन के मुताबिक रविवार को दिल्ली को 45+ की उम्र के लोगों के लिए करीब 1 लाख 9 हजार वैक्सीन डोज की सप्लाई की गई. इसमें को वैक्सीन की 25,000 डोज और कोविशील्ड की 83,970 डोज शामिल हैं.

दिल्ली में फिलहाल हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 साल से ज्यादा उम्र वालों के लिए कोवैक्सीन का  4 दिन का स्टॉक बचा है. वहीं 20 दिन के लिए कोविशील्ड बाकी है. बता दें कि 28 मई को केवल 9757 लोगों को ही वैक्सीन लगाई गई. दिल्ली में वैक्सीनेशन का कुल आंकड़ा 53,52,074 हो गया है. वहीं, 495 सेंटर्स की 717 साइट्स पर 45+ की उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है जबकि 18+ के लोगों के सभी सेंटर बंद हैं. हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 साल से ज्यादा उम्र वालों के लिए उपलब्ध वैक्सीन स्टॉक 4,80,050 है. इसमें कोवैक्सीन- 64,070 (अब तक 15,15,690 डोज मिली हैं और 14,15,620 डोज इस्तेमाल हुई) हैं. 

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वहीं, कोविशील्ड का स्टॉक 4,15,980 (अब तक मिली 34,86,420 डोज, इस्तेमाल हुई 30,70,440) है. 18-44 उम्र वालों के लिए उपलब्ध वैक्सीन स्टॉक  3190 है. जिसमें कोवैक्सीन- 1120 (अब तक मिली 1,50,000 डोज, इस्तेमाल हुई 1,48,880 डोज) है. वहीं, कोविशील्ड का स्टॉक 2070 (अब तक मिली 6,67,690 डोज, इस्तेमाल हुई 6,65,620 डोज) है.

दिल्ली में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सियासी रार जारी है. आप सरकार में मंत्री आतिशी मार्लेना का कहना है कि एक हफ्ते से ज्यादा समय से दिल्ली में सरकारी सेंटर्स पर युवाओं का वैक्सीनेशन बंद है. सिर्फ प्राइवेट सेंटर्स पर युवाओं को महंगे दाम पर वैक्सीन दी जा रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली को युवाओं के लिए अगली सप्लाई 10 जून को मिलेगी और तब भी पूरे महीने केवल 5 लाख डोज ही मिल सकेंगे, जबकि हमें युवाओं के लिए ही 50 लाख डोज की जरूरत है.

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आतिशी ने केंद्र से किया अनुरोध

उन्होंने आगे बताया कि 45+ के लिए मिली कोवैक्सीन की सप्लाई से हम केवल सेकेंड डोज देंगे, क्योंकि बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो पहली डोज ले चुके हैं, लेकिन दूसरी डोज का समय बीता जा रहा है. केंद्र से अनुरोध है कि वैक्सीन उपलब्ध कराएं, क्योंकि तीसरी वेव से निजात पाने का एक ही उपाय है और वो वैक्सीन है.आतिशी ने कहा कि ऐसा न हो कि तीसरी लहर में दूसरी लहर से ज्यादा केस आएं और वो दिल्ली के लिए झेलना मुश्किल हो जाए. बहुत नेता कह रहे हैं कि वैक्सीन कम है, तो धीरे धीरे वैक्सीन लगाइए, लेकिन हमारा मानना है कि जल्द से जल्द लोगों को वैक्सीन दी जानी चाहिए, केंद्र से अनुरोध है कि जल्द सप्लाई मुहैया कराएं.

उन्होंने कहा कि दिल्ली में सिर्फ निजी अस्पतालों में महंगे दामों पर युवाओं का वैक्सीनेशन हो रहा है. कई अखबारों की तरफ से की गई ग्राउंड रिपोर्ट में दिखाया गया है कि युवाओं के लिए सभी सरकारी वैक्सीनेशन केंद्र बंद हैं.सिर्फ निजी अस्पतालों में 800 से 1400 रुपए में युवाओं का वैक्सीनेशन हो रहा है। केंद्र सरकार की तरफ से अभी वैक्सीन की कोई खेंप नहीं मिलनी है.

दिल्ली में कोरोना के मामले

दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना के 648 नए केस मामले सामने आए हैं. यह बीते 18 मार्च के बाद एक दिन में सबसे कम केस है.  18 मार्च 607 नए मामले सामने आए थे. राज्य में संक्रमण दर घटकर  0.99 फीसदी हो गई है. यह 19 मार्च के बाद से सबसे कम है.19 मार्च को सूबे में 0.93 फीसदी संक्रमण दर थी. बीते24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के चलते 86 मरीजों की मौत हुई है.  दिल्ली में कोरोना से मौत का कुल आंकड़ा, 24,237 हो गया है. राजधानी में फिलहाल 11,040 सक्रिय मामले हैं. वहीं होम आइसोलेशन में 5374 मरीज हैं. राज्य में रिकवरी दर बढ़कर  97.52 फीसदी हो गई है.बीते 24 घंटे में 1622 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं जिसके बाद डिस्चार्ज हुए मरीजों की कुल संख्या 13,90,963 हो गई है.

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अनलॉक के पहले दिन दिल्ली की सड़कों पर लगा लंबा जाम

राजधानी दिल्ली में लंबे वक्त के बाद सोमवार को लॉकडाउन के नियमों में थोड़ी ढील दी गई. सरकार ने फैक्ट्री ओर कंस्ट्रक्शन वर्क को इजाजत क्या दी दिल्ली की सड़कों पर सुबह से ही वाहनों के जाम की लंबी कतारें देखने को मिली.आईटीओ के साथ अक्षरधाम पर भी सुबह के वक्त गाड़ियों की लंबी लाइन देखने को मिली. लोगों को आम दिनों की तरह आईटीओ यमुना ब्रिज को क्रॉस करने में 15 से 20 मिनट का वक्त लगा.

दिल्ली के आईटीओ पर तो दोपहर 12 बजे मानों ऐसे हालात थे कि आम दिनों की तरह कई किलोमीटर लंबा ट्रैफिक नजर आ रहा था. लोग अलग-अलग बहानों के साथ दिल्ली की सड़कों पर गाड़ियां दौड़ाते नजर आए. ज्यादातर लोगों के पास ना तो ई पास था और ना ही कोरोना कर्फ्यू पास. सरकार की तरफ से पहले ही यह कह दिया गया है कि जो लोग फैक्ट्री और कंस्ट्रक्सन वर्ग से जुड़े हैं सिर्फ वही लोग घरों से बाहर निकले लेकिन बावजूद इसके कई काफी संख्या में लोग बाहर निकलते नजर आए.

 

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