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हिंसा वाले कंटेंट पर सोशल मीडिया कैसे करती है कार्रवाई, DCW ने मांगा जवाब

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा ने कहा, जहां एक तरफ सोशल मीडिया अपने आप में समाज को कई फायदे देता है, वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया साइट्स पर शोषण एवं हिंसा को बढ़ावा देने वाला कंटेंट भी बहुत तेजी से बढ़ रहा है. ये हमारे बच्चों और युवा पीढ़ी पर गलत प्रभाव डालता है.

DCW ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और टिकटॉक को भेजा नोटिस DCW ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और टिकटॉक को भेजा नोटिस
राम किंकर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 21 मई 2020,
  • अपडेटेड 4:22 PM IST

  • सोशल साइट्स पर हिंसा-शोषण को बढ़ावा देने वाले कंटेंट
  • इनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है?

दिल्ली महिला आयोग ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और टिकटॉक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को नोटिस जारी किया है. उनसे पूछा गया है कि हिंसा और उत्पीड़न के मामलों में वो कैसे डील करते हैं. यानी कि इन मुद्दों को लेकर उनकी SOP (मानक संचालन प्रक्रिया) क्या है? दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने नोटिस मे लिखा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और टिकटॉक) पर हिंसा एवं शोषण को बढ़ावा देने वाले कंटेंट के खिलाफ उनके द्वारा क्या कार्रवाई की जा रही है?

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उन्होंने नोटिस में लिखा, आज सोशल मीडिया पर तमाम ऐसी वीडियो और अन्य कंटेंट सामने आ रहे है जो हिंसा, शोषण और अभद्रता को बढ़ावा देते हैं. आयोग ने शुरू से ही सोशल मीडिया पर चल रही इन सभी गतिविधियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. हाल ही में टिकटॉक पर वायरल एक वीडियो में ऐसिड अटैक को बढ़ावा देने को लेकर सवाल खड़े हुए थे. इसी तरह की कई अन्य वीडियो भी सामने आई है, जो महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देती है.

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आयोग ने नोटिस में यह भी पूछा है कि क्या ऐसे कंटेंट की शिकायत आगे पुलिस एवं अन्य एजेंसियों को दी जाती है और अगर दी जाती है तो कितनी समय सीमा में शिकायत आगे भेजी जाती है. आयोग ने इन सभी साइट्स से 25 मई तक जानकारी मांगी है जिसके बाद आयोग आगे की रणनीति पर काम करेगा.

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दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, जहां एक तरफ सोशल मीडिया अपने आप में समाज को कई फायदे देता है वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया साइट्स पर शोषण एवं हिंसा को बढ़ावा देने वाला कंटेंट भी बहुत तेजी से बढ़ रहा है. ये हमारे बच्चों और युवा पीढ़ी पर गलत प्रभाव डालता है. छोटी उम्र में किसी प्रकार की गलत सीख आगे जाकर समाज के लिए बहुत नुकसान पहुंचा सकता है. इसी के मद्देनजर हमने सभी प्रमुख सोशल मीडिया साइट्स को नोटिस भेजकर उनसे जानकारी मांगी है कि ऐसे मामलों से निपटने के लिए उनकी क्या विधि है. हम चाहते हैं सोशल मीडिया सबके लिए सुरक्षित स्थान बन सके.

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दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को कुछ दिनों पहले ही ट्विटर पर जान से मारने की धमकी मिली थी. इस मामले में उन्होंने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था, ' एक व्यक्ति ने अपने संदेश में जान से मारने की धमकी दी. ऐसे लोगों पर तत्काल मामला दर्ज होना चाहिए और गिरफ्तार किया जाना चाहिए.'

उससे पहले मालीवाल ने "ब्वाइस लाकर रूम'' और जेल में बंद जामिया की छात्रा सफूरा जरगर के अजन्मे बच्चे के पिता के मसले पर आवाज उठाई थी.

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