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LG के खिलाफ AAP का 'दिल्ली छोड़ो' आंदोलन, शीला दीक्षित ने इसे बताया बहाना

आम आदमी पार्टी के विधायकों का कहना है कि दिल्ली में एलजी अंग्रेजों की तरह शासन कर रहे हैं, इसलिए 'एलजी दिल्ली छोड़ो' का नारा दिया गया है.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो) मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
पंकज जैन/मणिदीप शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 10 जून 2018,
  • अपडेटेड 5:53 PM IST

'पूर्ण राज्य आंदोलन' की तैयारी के लिए आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के घर पर कार्यकर्ताओं, विधायकों और मंत्रियों की घंटेभर चली बैठक में एलजी को हटाने के लिए एक मुहिम छोड़ने का फैसला लिया गया और इसके लिए 'LG दिल्ली छोड़ो' का नारा भी तय कर दिया गया.

बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश को आजादी मिल गई, दिल्ली को नहीं मिली.

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हालांकि पार्टी की इस अहम बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास नहीं पहुंचे. पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बारे में विश्वास को कोई जानकारी नहीं दी गई थी. 'आप' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 24 लोग शामिल हैं जिसमें एक नाम कुमार विश्वास का भी है.

एलजी का शासन अंग्रेजों की तरह

आम आदमी पार्टी के विधायकों का कहना है कि दिल्ली में एलजी अंग्रेजों की तरह शासन कर रहे हैं, इसलिए 'एलजी दिल्ली छोड़ो' का नारा दिया गया है. बैठक के बाद गोपाल राय ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि आज बैठक में आप के सभी सांसद, विधायक, पार्षद, पार्टी के जिले, विधानसभा और वार्ड के पदाधिकारी शामिल हुए.

गोपाल राय ने आगे कहा कि दिल्ली के सम्मान को वापस दिलाने के लिए पूर्ण राज्य जरूरी है. 17 से 24 जून तक 300 बैठक अलग-अलग वार्ड में होगी. इसके बाद 1 जुलाई इंदिरा गांधी स्टेडियम में पूर्ण राज्य के लिए सम्मेलन होगा, वहीं पर आगे की रणनीति का भी एलान होगा.

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आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए 3 साल में सारे उपाय कर लिए लेकिन कोई समाधान नहीं मिला तो अब आंदोलन का फैसला लिया गया है. 'आप' कार्यकर्ता पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग लेकर घर घर जाएंगे, और जाकर बीजेपी-कांग्रेस के खिलाफ प्रचार भी करेंगे.

दिल्ली के बारे में संविधान में जानकारीः शीला दीक्षित

दूसरी ओर, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि बात दरअसल यह है कि दिल्ली राज्य नहीं है दिल्ली संघ शासित प्रदेश है और संविधान में लिखा हुआ है कि दिल्ली की सरकार के यह यह अधिकार हैं जबकि पुलिस और लैंड केंद्र सरकार के पास हैं.

उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता को यह मतलब नहीं है कि क्या किसके पास है, जनता को काम चाहिए और केजरीवाल घबरा रहे हैं कि उनका काम ठीक नहीं हो रहा है इसलिए वह परेशान हो रहे हैं.

सिर्फ बहाना कर रही है सरकार

शीला ने कहा, 'मेरे समय में बीजेपी का शासन था और उस समय हमने ऐसे काम किए जो कभी हुए नहीं थे जैसे बिजली में सुधार, दिल्ली में मेट्रो लाना, केंद्र की भी यही रुचि होती है कि दिल्ली अच्छा शहर बने क्योंकि केंद्र भी यही रहता है, दिल्ली हिंदुस्तान की राजधानी है. सभी का साझा इंटरेस्ट यह होता है कि दिल्ली अच्छा शहर बने. मेरा ख्याल जहां तक है जहां तक मेरी समझ है केजरीवाल के पास यह सिर्फ एक बहाने हैं जो वह कर नहीं पाए हैं.'

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'LG दिल्ली छोड़ो' आंदोलन पर उन्होंने कहा, 'मैं इतना ही कहूंगी कि एलजी को वह नहीं केंद्र लगाता है. एलजी को निकालने वाले यह लोग कौन होते हैं. एलजी को हटाना लगाना केंद्र का कार्यक्षेत्र है और केजरीवाल से मेरी प्रार्थना है कि वह संविधान को समझ लें, पढ़ लें, तब इस तरह के गैर जिम्मेदार बयान दें.

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