
एम्स में डॉक्टरों ने नया कीर्तिमान रच दिया है. डॉक्टरों ने 5 साल 10 महीने की बच्ची को बिना बेहोश किए ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी कर की. सर्जरी की दौरान डॉक्टर बच्ची से बातचीत कर रहे थे. अस्पताल ने दावा किया कि वह इस तरह की प्रक्रिया से गुजरने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की मरीज बन गई है.
'स्पीच और लैंग्वेज एरिया में था ट्यूमर'
पीटीआई के मुताबिक एम्स ने अपने बयान में कहा, बाएं पेरिसिल्वियन इंट्राइक्सियल ब्रेन ट्यूमर के लिए अवेक क्रैनियोटॉमी सर्जरी 4 जनवरी को करीब तीन घंटे तक चली. बच्ची को आने वाले दौड़े और ब्रेन का एमआरआई किया गया, जिसमें उसके ब्रेन के बाईं ओर स्पीच और लैंग्वेज एरिया में एक ट्यूमर का पता चला. इसके बाद उसकी सर्जरी की गई थी. बच्ची ठीक है और सोमवार को उसकी छुट्टी कर उसे घर भेज दिया जाएगा.
सर्जरी में दिखाई पीएम की तस्वीर: डॉक्टर
अस्पताल ने अपने बयान में यह भी बताया कि सर्जरी की दौरान बच्ची को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर दिखाई गई, जिसे बच्ची ने तुरंत पहचान लिया. सर्जरी से पहले डॉक्टरों की टीम और परिवार के सदस्यों ने लंबी बातचीत हुई थी और सर्जरी के दौरान बच्ची को आने वाले दौड़े को रोकने के लिए ब्रेन की सतह पर एक बर्फ के ठंडे सेलाइन का इस्तेमाल किया गया था.
डॉक्टर ने अपने बयान में कहा , ब्रेन ट्यूमर को निकालने के लिए बिना बेहोश किए सर्जरी की जाती है और आमतौर पर न्यूरोलॉजिकल डेफिसिट को कम करने की कोशिश की जाती है. इस सर्जरी में रोगियों को न्यूरोलॉजिकल परीक्षणों में पूरी तरह से सहयोग करने के दौरान न्यूनतम स्तर दर्द महसूस करना चाहिए.
न्यूरोसर्जरी के प्रोफेसर डॉ दीपक गुप्ता ने डॉ. मिहिर पांडिया और डॉ. ज्ञानेंद्र पाल सिंह के साथ मिलकर कहा, जिन्होंने न्यूरोएनेस्थेसिया के इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. डॉ. गुप्ता ने कहा, 'अक्षिता इस उम्र में एम्स, दिल्ली में जागते हुए सफल ब्रेन ट्यूमर सर्जरी करने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की बच्ची बन गई है.'