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AIIMS के बाहर फुटपाथ पर रात बिताने को लोग मजबूर, ठंड और बारिश से परेशान

एम्स प्रशासन द्वारा कोई सुविधा ना दिए जाने के कारण और पैसों की तंगी के चलते ये लोग हॉस्पीटल के बाहर ही फुटपाथ पर सो जाते हैं. बता दें कि एम्स में इलाज कराने देशभर से लोग आते हैं ऐसे में कई दिन लगातार इलाज कराने के चलते उन्हें यहीं ठहरना पड़ता है.

फुटपाथ पर रात गुजारते लोग फुटपाथ पर रात गुजारते लोग
केशवानंद धर दुबे/मणिदीप शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 13 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 9:47 AM IST

देश की राजधानी दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज कराने आए लोग बाहर सड़क पर ठंड में रात बिताने के लिए मजबूर हैं. एम्स प्रशासन द्वारा कोई सुविधा ना दिए जाने के कारण और पैसों की तंगी के चलते ये लोग अस्पताल के बाहर ही फुटपाथ पर सो जाते हैं. बता दें कि एम्स में इलाज कराने देशभर से लोग आते हैं ऐसे में कई दिन लगातार इलाज कराने के चलते उन्हें यहीं ठहरना पड़ता है.

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ठंड और बारिश ने लोगों की बढ़ाई मुस्किलें

जब 'आजतक' की टीम इनकी स्थिति जानने पहुंची तो देखा कि खुले आसमान के नीचे ठंड और बारिश ने इन लोगों की मुश्किलों को दोहरा कर दिया था. आसमान से टपक रही ठंडी बूंदों ने इनके सड़क के आशियाने को गीला कर दिया था. सैकड़ों लोग रात के 2 बजे जैसे- तैसे आधे भीगते आधे बचते खुद को समेट रहे थे.

बिहार के सीवान से आए संतोष सिंह कहते हैं कि वो पिछले 3 दिन से यहीं फुटपाथ पर सो रहे हैं क्योंकि उन्हें सुबह 8 बजे पर्ची के लिए लाइन में लगना होता है, वहीं दूसरी तरफ यूपी के मैनपुरी से आए खुशीलाल ने बताया कि हमें बहुत दुख होता है कि देश के सबसे बड़े अस्पताल के बाहर ये हालात हैं कि सरकार कुछ के ठहरने के लिए आजतक एम्स के बाहर रैन बसेरा नहीं बना पाई है.

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सड़क पर सोने को मजबूर लोग

एम्स के जिस बस स्टैंड के नीचे 50-60 लोग सड़क पर सोने की कोशिश कर रहे थे उसी स्टैंड पर सरकार का चमकदार विज्ञापन लगा था, जिसमें हंसते हुए परिवार को दिखाया गया था. मगर हकीकत की ज़मीन पर नज़ारा कुछ और था. देश के कोने- कोने से आए इन मरीजों और मरीजों के परिजनों को फुटपाथ पर रातें बितानी पड़ रही हैं. दिसम्बर में कड़ाके की ठंड जोर पकड़ रही है. वहीं दूसरी तरफ एम्स के बाहर सोते इन लोगों की आवाज़ सरकारी नक्कारखाने में ठंडी पड़ जाएगी या कम से कम ओस की सर्दी में सोने लायक चंद जगह सरकार इन्हें दिला पाएगी ये देखना होगा.

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