
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण थोड़ा कम जरूर हुआ है लेकिन हवा की गुणवत्ता 'खराब' बनी हुई है. रविवार को दिल्ली में बारिश की संभावना नहीं है. दिवाली की सुबह इंडिया गेट पर हल्की धुंध दिखाई दी तो वही लगातार 10 दिनों से प्रदूषण की मार झेल रही दिल्ली को, बारिश और तेज हवाओं ने बहुत राहत देते हुए प्रदूषण को लगभग आधा कर दिया है. हालांकि शनिवार शाम से AQI में बढ़ोतरी देखी गई और कई इलाकों में ये 200 को पर कर गया है.
मौसम वैज्ञानिक दिवाली के बाद प्रदूषण के बढ़ाने की आशंका जाता रहे हैं एक तो आतिशबाजी और दूसरी उत्तर पश्चिमी हवाओं के चलने से प्रदूषण बढ़ने की आशंका है. हालांकि एक रिकॉर्ड टूटा है कि 2015 के बाद से पहली बार राजधानी में छोटी दीवाली यानी दिवाली से एक दिन पहले दिल्ली काफी साफ रही. आज न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमशः 14 डिग्री सेल्सियस और 28 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है.
बारिश की राहत के बाद फिर बढ़ा प्रदूषण
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिवाली की सुबह दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में मामूली गिरावट देखी गई और यह 'खराब' श्रेणी में रही. आज सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) आनंद विहार में 266, आरके पुरम में 241, पंजाबी बाग में 233 और आईटीओ में 227 रहा.शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 220 था. एक्यूआई के यह आंकड़े शुक्रवार को बारिश के कारण धुंध और वायु प्रदूषण से कुछ राहत मिलने के एक दिन बाद आया है.
शनिवार शाम को प्रदूषण का स्तर काफी कम हो गया था, लेकिन रात तक फिर से बढ़ गया और जहांगीरपुरी में रात में AQI 251 रहा.
शून्य और 50 के बीच एक AQI को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है. 500 से ऊपर कुछ भी 'गंभीर प्लस' में माना जाता है.
लोगों को दी गई है ये सलाह
इस बीच, दिल्ली में लोगों को उच्च वायु प्रदूषण वाले स्थानों जैसे-धीमी और भारी यातायात वाली सड़कों, प्रदूषणकारी उद्योगों के पास के क्षेत्रों, निर्माण कार्यों वाले क्षेत्रों बचने की सलाह दी गई है. शनिवार को, दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों को बाहरी सैर, पटाखे जलाने और वायु प्रदूषण के संपर्क से बचने की सलाह दी थी.
शुक्रवार को हवा की गुणवत्ता में सुधार होने के बाद दिल्ली सरकार ने सड़कों पर वाहनों को चलाने के लिए प्रस्तावित ऑड-ईवन योजना को स्थगित कर दिया था. वाहन उत्सर्जन, पराली जलाने, पटाखे और अन्य स्थानीय प्रदूषण स्रोतों के साथ प्रतिकूल मौसम संबंधी स्थितियां, सर्दियों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में खतरनाक वायु गुणवत्ता स्तर के प्रमुख कारक हैं