Advertisement

सुधरकर फिर बिगड़ गई दिल्ली की हवा, AQI 'गंभीर' श्रेणी में पहुंचा

लोकलसर्किल्स द्वारा किए गए एक सर्वे से पता चला है कि दिल्ली के 75 प्रतिशत परिवारों में कम से कम एक सदस्य गले में खराश या खांसी जैसी सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित है. दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण में वाहनों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन और पड़ोसी राज्यों में खेतों में जलाए जाने वाले फसल अवशेषों से निकलने वाले धुएं का प्रमुख योगदान है. 

दिल्ली की वायु गुणवत्ता सुधरने के बाद फिर ​गंभीर श्रेणी में पहुंची. (PTI Photo) दिल्ली की वायु गुणवत्ता सुधरने के बाद फिर ​गंभीर श्रेणी में पहुंची. (PTI Photo)
कुमार कुणाल
  • नई दिल्ली,
  • 22 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 8:10 PM IST

दिल्ली की एयर क्वालिटी एक बार फिर 'गंभीर' श्रेणी में आ गई है. बीते 24 घंटे के दौरान एवरेज एक्यूआई शुक्रवार शाम 6 बजे तक 401 तक पहुंच गया. शहर भर के 39 मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 19 ने AQI लेवल 'गंभीर' श्रेणी में रिपोर्ट किया. जहांगीरपुरी में AQI सबसे अधिक  445 दर्ज किया गया. 

करीब एक सप्ताह तक गंभीर और अति गंभीर श्रेणी में रही वायु गुणवत्ता में शुक्रवार सुबह थोड़ा सुधार देखा गया और 371 की रीडिंग के साथ AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में था. हालांकि, दिन के दौरान हवा की गुणवत्ता खराब हो गई, AQI शाम 5 बजे के आसपास 397 पर था, और शाम 6 बजे तक 400 का आंकड़ा पार कर गया. 

Advertisement

AQI रीडिंग को इस प्रकार है: 0 से 50 के बीच AQI को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को 'मध्यम', 201 से 300 के बीच को 'खराब', 301 से 400 के बीच को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच को 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण स्तर ने लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाला है. 

लोकलसर्किल्स द्वारा किए गए एक सर्वे से पता चला है कि दिल्ली के 75 प्रतिशत परिवारों में कम से कम एक सदस्य गले में खराश या खांसी जैसी सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित है. दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण में वाहनों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन और पड़ोसी राज्यों में खेतों में जलाए जाने वाले फसल अवशेषों से निकलने वाले धुएं का प्रमुख योगदान है. 

इस बीच, प्रदूषण पर अंकुश लगाने के प्रयासों के तहत, दिल्ली सरकार ने अपने 50 प्रतिशत कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा है. सरकार ने सड़क पर भीड़भाड़ से बचने के लिए सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए कार्यालय समय अलग-अलग करने का आदेश दिया है. बिगड़ती वायु गुणवत्ता को रोकने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण IV के तहत प्रदूषण रोधी उपाय वर्तमान में लागू हैं.

Advertisement

ग्रैप IV के तहत लागू प्रतिबंधों में इमरजेंसी सर्विस, एलएनजी, सीएनजी, बीएस-VI डीजल, या इलेक्ट्रिक व्हिकल छोड़कर, ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध शामिल है. दिल्ली के बाहर से आने वाले गैर-जरूरी हल्के कर्मशियल व्हीकल पर भी प्रतिबंध है. अगर सीएनजी, बीएस-VI डीजल या इलेक्ट्रिक कर्मशियल व्हीकल हैं तो उन पर कोई प्रतिबंध नहीं है. सरकारी परियोजनाओं का निर्माण कार्य रोक दिया गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement