
नवरात्रि में मीटबंदी का मामला अब एनसीआर के ज़िलों से निकलकर राजधानी पहुंच चुका है. ताजा आदेश में साउथ दिल्ली नगर निगम के मेयर मुकेश सूर्यान ने नवरात्रों के दौरान निगम के इलाकों में मीट की दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया है. जो कि 11 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा. खास बात ये है कि एसडीएमसी मेयर और बीजेपी नेता मुकेश सूर्यान ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से नवरात्रों के दौरान शराब की दुकानों को बंद रखने का आदेश देने का आग्रह किया है.
दिल्ली में फिर आप बनाम बीजेपी
पिछले साल जब से दिल्ली में नई शराब नीति लागू हुई, तभी से दिल्ली बीजेपी इसकी मुखालफत करते हुए आम आदमी पार्टी को घेर रही है. लेकिन शराबबंदी पर दिल्ली सरकार का रूख देखने वाला होगा. आपको बता दें कि पिछले 2-3 हफ्तों में, बीजेपी और आप के बीच कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर बहुत आरोप प्रत्यारोप हुआ. ऐसे में अब जब मीटबंदी, शराबबंदी को लेकर बवाल है, कहा जा रहा है कि दोनों पार्टियों के बीच में फिर तकरार देखने को मिल सकती है.
गाजियाबाद में मीटबंदी का फैसला वापस
वहीं नवरात्रों में गाजियाबाद प्रशासन ने मीट बंदी के फैसले को वापस लेकर एक चिट्ठी जारी की और कहा कि नवरात्रि के दौरान मीट बेचने पर प्रतिबंध लगाने के आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया गया है. हालांकि यूपी सरकार के नियमों का ही पालन किया जाएगा. गाजियाबाद प्रशासन ने आदेश दिया था कि 2 से 10 अप्रैल के बीच गाजियाबाद में मीट बिक्री पर पूर्णता प्रतिबंध लगा दिया गया है. आपको बता दें कि मीट दुकानदारों ने यह कहते हुए इस पर सवाल उठाए थे कि नवरात्रि में शराब पर तो कोई प्रतिबंध नहीं लगा फिर मीट दुकानदारों को क्यों निशाना बनाया जा रहा है.