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देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर रविवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया.
दिल्ली की वायु गुणवत्ता एक बार फिर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंचने के बाद विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली सरकार शहर के बढ़ते प्रदूषण पर काबू पाने में पूरी तरह नाकाम रही है.'
प्रदूषण पर भिड़ी AAP और बीजेपी
गुप्ता ने कहा, 'दिल्ली के लोग दमघोंटू हवा में सांस लेने को मजबूर हैं, जबकि आप सरकार केवल खोखले वादे और निचले स्तर की राजनीति में लगी हुई है.' इसके जवाब में, आप पार्टी ने एक बयान में कहा कि अगर विजेंद्र गुप्ता और उनकी पार्टी दिल्ली की वाकई परवाह करती है, तो उन्हें "नाटक" छोड़कर भाजपा शासित राज्यों के साथ मिलकर राष्ट्रीय राजधानी के प्रदूषण की समस्या का समाधान करना चाहिए.
दिल्ली में दो दिनों के बाद वायु गुणवत्ता फिर से खराब हो गई है. शहर के कुछ इलाकों में प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया. रविवार को शाम 4 बजे दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 355 रिकॉर्ड किया गया, जो शनिवार को 255 था.
गंभीर श्रेणी में दिल्ली की हवा
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, शहर के 40 में से 37 मॉनिटरिंग स्टेशनों से डाटा साझा किया गया, जिसमें बताया गया कि बवाना, बुराड़ी और जहांगीरपुरी में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई है.
नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आईटीओ और आनंद विहार के आसपास AQI क्रमशः 361 और 405 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘बहुत खराब’ और ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है. उन्होंने इसे दिल्ली निवासियों के लिए गंभीर स्वास्थ्य खतरा बताया और आरोप लगाया कि "आप सरकार के पास ना तो इच्छाशक्ति है और ना ही कोई ठोस योजना.'