
कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसानों के आंदोलन के एक साल पूरे हो गए हैं. किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने पर आम आदमी पार्टी (एएपी) ने दिल्ली विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश किया जिसे विधानसभा ने ध्वनिमत से पारित कर दिया. दिल्ली विधानसभा से पारित प्रस्ताव में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को पद से हटाने और आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले करीब 700 किसानों को मुआवजा दिए जाने की बात है.
गोपाल राय ने ये प्रस्ताव पेश किया और पारित करने का अनुरोध किया. विधानसभा से ये प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित हो गया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि किसान आंदोलन को आज पूरे एक साल हो गए. उनका आंदोलन सफल रहा. उन्होंने किसानों को बधाई देना चाहता हूं. सरकार को लगा था कि किसान आएंगे आंदोलन करेंगे और चले जाएंगे. खास तौर पर पंजाब के किसानों को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने इस पूरे आंदोलन की अगुवाई की.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भारत में साल 1907 में एक आंदोलन हुआ था. वो किसानों ने अंग्रेजों के खिलाफ किया था जो नौ महीने चला था और उसके बाद अब किसानों को अपनी चुनी हुई सरकार के खिलाफ आंदोलन करना पड़ा जो 12 महीने चला. उन्होंने कहा कि अपनी ही सरकार के खिलाफ लड़ते-लड़ते 700 किसान शहीद हो गए. अंत में लक्ष्य पूरा हुआ और किसानों की जीत हुई. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि लखीमपुर में किसानों को कुचल दिया गया. सुप्रीम कोर्ट ने अगर दखल ना दिया होता तो शायद इनकी गिरफ्तारी भी नहीं होती.
बीजेपी विधायकों ने किया वॉकआउट
दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विपक्ष ने हंगामा किया. बीजेपी विधायक जितेंद्र महाजन को सदन की कार्यवाही से बाहर किए जाने पर भड़के बीजेपी विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट किया. बीजेपी विधायक गांधी स्मृति के बाहर धरने पर बैठ गए. विपक्ष प्रदूषण, शराब नीति, पानी जैसे मुद्दों पर चर्चा करना चाहता था जिस पर हंगामा शुरू हो गया.
दरअसल हुआ ये कि विधानसभा की कार्यवाही की शुरुआत में ही विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने प्रदूषण के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया. विधानसभा स्पीकर ने कहा कि बीजेपी ने रोक के बावजूद दिवाली पर दिल्ली में खूब पटाखे फोड़े. इस पर गुस्से में विधानसभा अध्यक्ष वायु प्रदूषण को लेकर अपना दर्द भी बयान कर गए. राम निवास गोयल ने कहा कि एक महीने से मेरी पत्नी घर से बाहर नहीं निकल पा रही है.
बीजेपी विधायक शराब नीति और प्रदूषण को लेकर विधानसभा में बोलना चाहते थे लेकिन अनुमति नहीं मिली. बीजेपी के तीन विधायकों जितेंद्र महाजन, मोहन सिंह बिष्ट और अनिल वाजपेयी को सदन से बाहर निकाल दिया गया. इसके खिलाफ बीजेपी के विधायक विधानसभा के प्रांगण में ही महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए और दिल्ली सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.