
दिल्ली की सभी जिला अदालतों की सर्वोच्च संस्था कोर्डिनेशन कमेटी ऑफ ऑल दिल्ली डिस्ट्रिक्ट कोर्ट बार एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट के जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर आपत्ति जताई है. एसोसिएशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की निंदा करते हुए कहा कि घर के मामले को अंदर ही सुलझाना चाहिए था. कमेटी के अध्यक्ष महावीर शर्मा ने कहा कि उस प्रेस कॉन्फ्रेंस से कॉर्डिनेशन कमेटी आहत है, उन्हें अपना घर खुद से ठीक करना चाहिये था, बाहर पब्लिक में ये मामला नहीं आना चाहिए था, इससे लोगों का विश्वास डगमगाता है.
न्यायपालिका के लिए काला दिन
कमेटी के संयोजक और नई दिल्ली बार एसोसिएशन की चेयरमैन संतोष मिश्रा ने कहा कि ये हमारे लिए ये काला दिन था. किसी का नाम लिए बगैर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि एक जज प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एक नेता मिलते हैं इससे पता चलता है कि इसमें राजनीति है, कोई व्यक्तिगत हित भी हो सकता है. कमेटी ने भरोसा दिलाया कि अगले 7 से 10 दिन में ये मुद्दा सुलझ जाएगा.
राष्ट्रपति से दखल की मांग
कमेटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि भगवान के बाद सुप्रीम कोर्ट दर्जा है, इस मामले से आम जनता का विश्वास डगमगा जाएगा इसलिए राष्ट्रपति इस मामले में हस्तक्षेप कर सकते हैं. आगे अगर ये मामले नहीं सुलझते तो हम पूरे देश के बार एसोसिएशन के साथ मिलकर इस मुद्दे पर विरोध जताएंगे, हमें अपनी न्यायिक व्यवस्था को बचाना है. इस मामले पर सोमवार को कमेटी के सदस्य सभी जजों को मेमोरेंडम पत्र देंगे और जल्द ये मामला सुलझाने की मांग करेंगे.