
दिल्ली निगम चुनाव में करारी हार का सामना करने के बाद बीजेपी अब 27 और 28 जनवरी को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक करने जा रही है. खास बात यह है कि नगर निगम चुनाव में बीजेपी को 104 सीटें मिली हैं. ऐसे में आगे की रणनीति बनाते हुए कार्यकारिणी की बैठक कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में होनी है. माना जा रहै कि बैठक में संगठन में बड़े बदलाव को लेकर कोई फैसला भी हो सकता है. इससे पहले बीजेपी की नेशनल एग्जीक्यूटिव मीटिंग 16 और 17 जनवरी को नई दिल्ली के कन्वेंशन सेंटर में हुई थी.
सूत्रों का कहना है कि बैठक में प्रदेश नेतृत्व और संगठन से जुड़े तमाम फैसलों पर चर्चा के बाद बीजेपी कई राजनीतिक प्रस्ताव ला सकती है. इसके अलावा बैठक में दिल्ली नगर निगम के 6 जनवरी और 24 जनवरी को सदन में हुआ हंगामा भी मुद्दा रहेगा.
पहली बैठक शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय पंत मार्ग में होगी. इसमें वरिष्ठ नेता और सारे पदाधिकारी शामिल होंगे. इसके बाद 28 जनवरी को डॉक्टर अंबेडकर भवन ऑडिटोरियम में बैठक का अंतिम सेशन होगा, जिसमें राजनीतिक प्रस्ताव लाए जा सकते हैं.
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सातों लोकसभा सीटों के साथ ही दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर प्रस्ताव लाया जा सकता है. जानकारी के मुताबिक बैठक में अंतिम दिन दो केंद्रीय मंत्री शिरकत कर सकते हैं.
दिल्ली में पिछले 20 सालों से बीजेपी सक्रिय विपक्ष की भूमिका में है. दिल्ली बीजेपी के लिए गुटबाजी और अरविंद केजरीवाल के मुकाबले शीर्ष नेतृत्व का न होना बड़े सवाल पैदा करता है. अध्यक्ष के तौर पर मनोज तिवारी भी अरविंद केजरीवाल को चुनौती नहीं दे पाए. निगम चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए आदेश गुप्ता ने इस्तीफा दे दिया था और तब से कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर पंजाबी चेहरे वीरेंद्र सचदेवा को उतारा गया है. अब देखना यह होगा कि दो दिवसीय कार्यकारिणी की बैठक में नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर क्या फैसला लिया जाएगा?