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Delhi: लोकसभा चुनाव के लिए BJP ने 3 पूर्व मेयर को बनाया उम्मीदवार, ये है रणनीति

लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार शाम को उम्मीदवारों की घोषणा करते हुए अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. दिल्ली की सात की सात सीटों पर चुनाव लड़ने वाले चेहरे साफ हो गए हैं. इस लिस्ट में एक बात साफ है कि पार्टी ने पूर्व मेयर प्रत्याशियों को टिकट देकर बड़ा दांव खेला है. जानिए क्या है BJP की यह खास रणनीति…

हर्ष मल्होत्रा, योगेंद्र चंदोलिया, कमलजीत (बाएं से दाएं) रह चुके हैं मेयर.   हर्ष मल्होत्रा, योगेंद्र चंदोलिया, कमलजीत (बाएं से दाएं) रह चुके हैं मेयर.  
राम किंकर सिंह
  • नई दिल्ली ,
  • 13 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 11:30 AM IST

बीजेपी ने 2024 लोकसभा चुनावों को लेकर अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में बीजेपी ने दिल्ली की दो बाकी बची सीटों के उम्मीदवारों का भी ऐलान कर दिया है. पूर्वी दिल्ली से हर्ष मल्होत्रा और उत्तर पश्चिम दिल्ली से योगेंद्र चंदोलिया को पार्टी ने मैदान में उतारा है. दिल्ली की सात सीटों में से पांच सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान पहली सूची में कर दिया गया था. 

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हर्ष मल्होत्रा 2015-16 में बने थे मेयर 

इस बार 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने दिल्ली में जिन उम्मीदवारों के नाम ऐलान किया है, उनमें से तीन पूर्व मेयर हैं. हर्ष मल्होत्रा पूर्वी दिल्ली से निगम पार्षद रह चुके हैं. इसके साथ ही वह एजुकेशन कमेटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. महामंत्री भी हैं. वह साल 2015-2016 में पूर्व मेयर रहे चुके हैं. 

हर्ष मल्होत्रा पंजाबी हैं और पूर्वी दिल्ली की सीट पर काफी बड़ी संख्या में पंजाबी वाटर हैं. पिछली बार भी इस सीट पर भाजपा ने पंजाबी उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारा था. तब गौतम गंभीर बीजेपी के उम्मीदवार थे. वह कांग्रेस के सिख कैंडिडेट अरविंदर सिंह लवली को हराकर संसद में पहुंचे थे. इस बार गौतम गंभीर ने सक्रिय राजनीति छोड़ दी है.

यह भी पढ़ें- दिल्ली में हंसराज हंस का टिकट कटा, जानें दूसरी लिस्ट की दो सीटों पर BJP ने किसे उतारा

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योगेंद्र चंदोलिया भी रह चुके हैं मेयर 

नॉर्थ वेस्ट दिल्ली की सीट इस बार एससी सीट है. बीजेपी ने इस सीट पर योगेंद्र चंदोलिया को अपना उम्मीदवार बनाया है. योगेंद्र चंदोलिया स्थाई समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इसके अलावा वह मेयर भी रह चुके हैं. वह करोल बाग से निगम पार्षद भी रह चुके हैं. नॉर्थ वेस्ट दिल्ली में इस समय सूफी सिंगर हंसराज हंस बीजेपी से सांसद हैं. इस सीट पर बड़ी संख्या में एससी वोटर रहते हैं. इससे पहले साल 2014 लोकसभा चुनाव में उदित राज इस सीट पर उम्मीदवार थे, लेकिन बाद में उन्होंने बीजेपी से किनारा करके कांग्रेस का दामन थाम लिया था.

साउथ दिल्ली की मेयर थी कमलजीत  

इसके अलावा वेस्ट दिल्ली से कमलजीत सेहरावत द्वारका बी वार्ड से निगम पार्षद हैं. साथ ही मौजूदा समय वो भी दिल्ली बीजेपी की महामंत्री हैं. कमलजीत सेहरावत साउथ दिल्ली की मेयर भी रह चुकी हैं. कमलजीत सेहरावत जाट कम्युनिटी से आती हैं. वेस्ट दिल्ली में बड़ी संख्या में जाट समुदाय के लोग रहते हैं और इनका इंपैक्ट आस-पास की दो सीटों पर पड़ता है. यही वजह है कि भाजपा ने 2014 और 2019 में जाट समुदाय से आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री साहब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया था. 

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प्रदेश पदाधिकारी को मिला टिकट

दिल्ली बीजेपी के इस बार कर पदाधिकारी को चुनावी मैदान में उतारा है. नई दिल्ली सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को टिकट दिया है. वह प्रदेश में मंत्री पद पर हैं. बीजेपी ने इस बार प्रदेश के कई पदाधिकारी को टिकट देकर कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया है.

समझिए बीजेपी की यह रणनीति 

पूर्व निगम पार्षदों को टिकट देकर के बीजेपी दिल्ली के सभी कार्यकर्ताओं को यह मैसेज देना चाहती है कि बीजेपी में पार्षद भी सांसद बन सकता है. यदि कोई कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर मेहनत करता है, तो उसके लिए पार्टी में संभावनाएं हैं. बीजेपी ने इन उम्मीदवारों को टिकट देकर दिल्ली की उन तमाम कार्यकर्ताओं में उम्मीद जताई है, जो पार्टी के लिए कम मेहनत करते हैं. 

कार्यकर्ताओं की कम मेहनत की वजह से भाजपा को दिल्ली की विधानसभा और नगर निगम में हार का सामना करना पड़ता है. लिहाजा, माना जा रहा है कि कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए भाजपा ने एक नया दांव खेला है. इसका फायदा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में भी देखने को मिल सकता है. 

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