
महाराष्ट्र और गुजरात निकाय चुनाव में मिली जीत से बीजेपी गदगद है तो वहीं दिल्ली बीजेपी में भी उम्मीद बढ़ी है. दरअसल एमसीडी का नाम आते ही लोग की परेशानी और भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के निशाने पर रही है, लेकिन नोटबंदी से दिल्ली बीजेपी को नई उर्जा मिली है.
दरअसल दिल्ली में 2017 के शुरुआती महीने में ही एमसीडी का चुनाव है, जहां बीजेपी का कब्जा है और इसके लिए बीजेपी ने तैयारी भी शुरू कर दी है. मोदी सरकार के नोटबंदी से बीजेपी के नेता कालेधन और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जनता के बीच जाने लगे हैं. बीजेपी नेताओं ने नोटबंदी को लेकर मिल रहे जनसमर्थन को भुनाने में लग गए हैं. बीजेपी ने अभी से ही 112 सदस्यीय बुथ प्रबंधन कमेटी बनाई जिसकी देखरेख में एमसीडी चुनाव अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा तो वहीं अगले डेढ महीने में लगभग 12 हजार बूथों की कमेटियां बनाई जाएगी.
एमसीडी चुनाव तैयारी को बढाने का जिम्मा बूथ प्रबंधन कमेटी को दिया गया है जो प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय के साथ तीनो महामंत्री और संगठन मंत्री शामिल होगे. यानी 10 साल से सत्ता पर काबिज बीजेपी के लिए सत्ता बचाना एक चुनौती है तो वही नोटबंदी से बीजेपी एक बार फिर सत्ता के नजदीक आने के सपने संजोने लगी है.