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नए अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पार्षदों से मांगी खातों की जानकारी, बोले AAP भी ऐसा करे

मनोज तिवारी बोले कि ये आम आदमी पार्टी की पुरानी आदत है कि जब भी उन पर कोई आरोप लगता है या उंगलियां उठती हैं, जब गलती पकड़ी जाती है, तो तुरंत इसका ठीकरा अफसरों के सिर फोड़ देते हैं, लेकिन अब सच्चाई सामने आनी चाहिए.

मनोज तिवारी का केजरीवाल पर निशाना मनोज तिवारी का केजरीवाल पर निशाना
कपिल शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 01 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 3:51 PM IST

दिल्ली बीजेपी की कमान संभालते ही मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ मोर्चा भी संभाल लिया है. मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि डीटीसी में बड़ा घोटाला हुआ है. किराये के तौर पर तो दस बीस पचास और सौ के नोट आए लेकिन बैंकों में पांच सौ और हजार के नोट जमा कराये जा रहे है. इस बात का खुलासा होना चाहिए कि यह किसका पैसा था.

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मनोज तिवारी बोले कि ये आम आदमी पार्टी की पुरानी आदत है कि जब भी उन पर कोई आरोप लगता है या उंगलियां उठती हैं, जब गलती पकड़ी जाती है, तो तुरंत इसका ठीकरा अफसरों के सिर फोड़ देते हैं, लेकिन अब सच्चाई सामने आनी चाहिए.

पार्षदों से मांगी खातों की जानकारी
मनोज तिवारी ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एमपी और एमएलए से 8 नवंबर के बाद से 30 दिसंबर तक खातों की जमा निकासी की डिटेल मांगी है, उसी तरह से हमने दिल्ली के पार्षदों से अपने खातों की जानकारी देने के निर्देश दिए हैं, लेकिन मैं केजरीवाल से भी उम्मीद करता है कि वो भी अपने विधायकों और मंत्रियों के खातों की जानकारी मंगाएंगे. नोटबंदी के बाद कितना किसके खाते में जमा हुआ, इसकी जानकारी लेंगे, ऐसे उम्मीद उनसे करता हूं, क्योंकि ये पार्टी तो ईमानदारी के नाम पर चुनी गई है.

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लोगों से की अपील

तिवारी ने कहा कि सैलरी वाले दिन, बैंकों की लाइन में दिक्कत हो रही है, लेकिन पीएम ने पचास दिन का वक्त मांगा है, जो तीस दिसंबर तक है, इस दौरान लोगों से मैं हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि वो तकलीफ उठा लें, थोड़ी परेशानी होगी, लेकिन भविष्य अच्छा है.

गौरतलब है कि मनोज तिवारी ने बुधवार को ही दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष के तौर पर कुर्सी संभाली है, उन्हें सतीश उपाध्याय की जगह दिल्ली इकाई का प्रमुख बनाया गया है, लेकिन नोटबंदी के बाद लोगों के बीच जाकर उन्हें पार्टी के पक्ष में समझाना और दिक्कतों को दूर करना उनके लिए चुनौती है. इसीलिए बीजेपी ने मैसेज देने के लिए पार्षदों से भी हिसाब मांग लिया है और दिल्ली में अलग अलग जगहों पर जाकर लोगों को कैशलेस सिस्टम अपननाने के तरीके समझाने की मुहिम भी चलाई जा रही है.

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