
दिल्ली विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान बीजेपी विधायक और नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी सरकार को न सिर्फ जमकर घेरा बल्कि उनके कई वादों पर सवाल भी किए.
राज्य के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 22 मार्च को साल 2018-19 के लिए बजट वेश किया था जिस पर सदन में चर्चा करते हुए बीजेपी विधायकों ने दिल्ली सरकार के वादों पर सवाल खड़े किए.
नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि जुलाई 2017 से पहले दिल्ली सरकार का रेवेन्यू 21 हजार करोड़ के आसपास अटका हुआ था, लेकिन 1 जुलाई 2017 के बाद जीएसटी की वजह से उसकी आय 26 हजार करोड़ के आसपास पहुंच गई है.
बजट पर चर्चा के दौरान विजेंद्र गुप्ता ने कहा, 'बजट पर चर्चा के लिए विधायकों को पर्याप्त समय नहीं दिया गया, लेकिन कम वक्त में जो भी कहूंगा सच कहूंगा, सच के सिवा कुछ नही कहूंगा. एक समय दिल्ली सरकार आर्थिक रूप से जूझ रही थी. आम आदमी पार्टी जीएसटी को लेकर सड़क पर विरोध करते रही, लेकिन जीएसटी से सरकार को हुए फायदे को बताना उपमुख्यमंत्री भूल गए.'
सदन में जवाब देते हुए मंत्री गोपाल राय ने कहा, 'केंद्र सरकार के अड़ंगों के बावजूद दिल्ली सरकार 90% बजट खर्च करने में कामयाब रही है.' एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'विजेंद्र गुप्ता को किसी ने नहीं बताया कि 600 से ज्यादा कलस्टर बसें आ चुकी हैं और दिल्ली की सड़कों पर चल रही हैं. साथ ही 10 नए डिपो भी बनाए गए हैं.'
बीजेपी विधायक गुप्ता ने मंत्री सत्येंद्र जैन पर भी निशाना साधाते हुए कहा कि एमसीडी को लेकर सत्येंद्र जैन बार-बार तंज कसते हैं, लेकिन केंद्र सरकार कुल 16 हजार करोड़ दिल्ली सरकार को देती है जबकि जीएसटी लागू होने के बाद केंद्र की तरफ से साढ़े 7 हजार करोड़ रुपए ज्यादा दिल्ली सरकार को दिए गए.
विजेंद्र गुप्ता के सवाल
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