
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आने वाले सावन पार्क में बिल्डिंग गिरने से सात लोगों की मौत और कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की घटना के बाद दिल्ली नगर निगम जागी है. हालांकि ये घटना तब हुई जब निगम को पहले से ही इस बिल्डिंग के ख़तरनाक होने की सूचना दे दी गई थी. घटना के एक दिन बाद निगम की नींद टूटी है, उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने अपने इलाक़े में दोबारा से हर घर का सर्वे करने का आदेश दे दिया है.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के प्रमुख अभियंता कार्यालय ने गुरुवार को एक आदेश जारी कर सभी अधिशासी अभियंताओं को अपने अधिकार क्षेत्र में खतरनाक भवनों के लिए सात दिनों में पुनः सर्वे करने के आदेश दिए हैं. यह भी निर्णय लिया गया कि खतरनाक भवनों को दिल्ली नगर निगम अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप कार्यवाही करने के लिए नोटिस जारी किए जाएं.
यदि कोई भवन इतना खतरनाक है जिसमें रहना जान-माल के लिए खतरनाक हो उन्हें खाली करने का नोटिस दिया जाए और उसे सील कर दिया जाए. जिससे किसी दुर्घटना की पुनरावृति न हो. निगम ने कहा कि इस विषय में किसी लापरवाही अथवा गलत रिपोर्टिंग को गंभीरता से लिया जाएगा और संबंधित अधिकारी को जिम्मेदार माना जाएगा.
मेयर ने कहा सख़्त से सख़्त कार्रवाई करेंग
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर आदेश गुप्ता ने दिल्ली आजतक से बातचीत करते हुए कहा कि घटना की जांच की जा रही है. जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी. हालांकि हैरानी की बात यह है कि जो इमारत गिरी है उस इमारत की सूचना दिल्ली नगर निगम को पहले से ही पहुंच गई थी. बावजूद इसके नगर निगम ने उसपर कोई कार्रवाई नहीं की.