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दिल्ली में सिंगापुर की तर्ज पर सीवर का पानी साफ करेगी केजरीवाल सरकार

दिल्ली में पानी की कमी को दूर करने के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने विदेशी तकनीक अपनाने का प्लान तैयार किया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जल्द ही सिंगापुर की तर्ज पर सीवर का पानी साफ किया जाएगा. केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन भी हैं.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
राम कृष्ण/पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 10 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 6:13 PM IST

दिल्ली में पानी की कमी को दूर करने के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने विदेशी तकनीक अपनाने का प्लान तैयार किया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जल्द ही सिंगापुर की तर्ज पर सीवर का पानी साफ किया जाएगा. केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन भी हैं.

अब वो दिन दूर नहीं, जब दिल्ली में सीवर के ट्रीटेड पानी को दोबारा ट्रीट कर घरेलू इस्तेमाल के लिए सप्लाई किया जाएगा. सिंगापुर की तर्ज पर केजरीवाल सरकार ने भी दिल्ली में पानी की समस्या से निपटने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के पानी को ट्रीट कर घरों में पहुंचाने का फैसला किया है.

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दिल्ली जल बोर्ड ने इस प्लान पर काम करना भी शुरू कर दिया है. सरकार ने उम्मीद जताई है कि अगले दो साल में दिल्ली में 15 से 20 फीसदी पानी की उपलब्धता एसटीपी के माध्यम से बढ़ा दी जाएगी.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुराड़ी में बन रहे 70 एमजीडी के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का जायजा लिया. दिल्ली जल बोर्ड के लिए यह प्लांट काफी अहम है, क्योंकि इसके माध्यम से सरकार एक नया प्रयोग भी करने जा रही है.

इस प्लांट से रोजाना ट्रीट हुए पानी को यमुना में छोड़ा जाएगा. पानी यमुना के उस हिस्से में छोड़ा जाएगा, जहां से यमुना दिल्ली में प्रवेश करती है, जिसके बाद ट्रीटेड पानी यमुना के पानी के साथ मिलकर वजीराबाद तक पहुंचेगा और फिर वजीराबाद से उसी पानी को चंद्रावल और वजीराबाद प्लांट के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि भविष्य में रिठाला प्लांट से पहले 80 एमजीडी पानी ट्रीट कर पल्ला तक पहुंचाने की योजना है. आम आदमी पार्टी सरकार के मुताबिक दिल्ली में फिलहाल 900 MGD पानी रोज तैयार होता है, लेकिन अपना सोर्स नहीं होने की वजह से कई इलाकों में अब भी पानी की कमी हो जाती है. अब सरकार ने अलग-अलग माध्यम से अगले दो साल में 15 से 20 फीसदी और पांच साल में 50 फीसदी तक पानी में बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा है.

बढ़े हुए पानी को ट्रीट करने के लिए यह है सरकार का प्लान

- द्वारका में 50 MGD और चंद्रावल में 130 MGD का नया प्लांट बनाया जाएगा.

- उत्तर प्रदेश से आने वाली कच्ची नहर को पक्का किया जाएगा. इससे 150 MGD पानी की बचत होगी.

- दिल्ली के 36 अन्य STP के पानी का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा.

- दिल्ली में 200 नए तालाब बनाए जाएंगे और इन तालाबों की खूबसूरती पर भी ध्यान दिया जाएगा.

- पल्ला में 10 MGD पानी के लिए 70 से ज्यादा बोरिंग लगवाए जाएंगे.

- अगले साल तक रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को बेहतर किया जाएगा.

- जिन इलाकों में पानी की समस्या ज्यादा है, वहां की एक लिस्ट तैयार की गई है.

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सीएम अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि इन योजनाओं के शुरू होने के बाद दिल्ली में 50 फीसदी तक पानी की मात्रा बढ़ जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना सफाई को लेकर भी नालों में इंटरसेप्टर लगाने का काम करीब-करीब पूरा हो गया है, जिसके बाद यमुना में गंदे नाले का पानी नहीं डाला जाएगा. इसके तहत जो छोटे-छोटे नाले नजफगढ़ ड्रेन में जाते हैं, उनका सर्वे होगा ताकि एक भी नाला नज़फगढ़ ड्रेन से न जोड़ा जाए.

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