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उपराज्यपाल वीके सक्सेना के पत्र का सीएम केजरीवाल ने दिया जवाब, LG के तंज पर किया रिएक्ट

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा लिखे गए पत्र का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा है कि आपने तंज कसते हुए यह कहा है कि अब मैंने गवर्नेंस को सीरियस लेना शुरू कर दिया है. केजरीवाल ने लिखा है कि इन सभी मुद्दों पर हम व्यक्तिगत तौर पर चाय पर चर्चा कर सकते हैं, लेकिन चूंकि ये मुद्दे दिल्ली और देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, इसलिए इनपर सार्वजनिक चर्चा होनी चाहिए.

फाइल फोटो फाइल फोटो
पंकज जैन/कुमार कुणाल
  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 9:03 PM IST

दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच लेटर बम जारी है. उपराज्यपाल द्वारा लिखे गए पत्र का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा है कि आपने तंज कसते हुए यह कहा है कि अब मैंने गवर्नेंस को सीरियस लेना शुरू कर दिया है. केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी अब एक राष्ट्रीय पार्टी है और इसके राष्ट्रीय कन्वीनर के तौर पर मुझे देश के अलग-अलग हिस्सों में चुनावी कैंपेन के लिए जाना होता है. प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और तमाम BJP राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दिल्ली और गुजरात में कैंपेन किया था.

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एल्डर मैन, प्रिसाइडिंग ऑफिसर और हज कमेटी आदि से जुड़े निर्णयों में चुनी हुई सरकार को बाईपास करने का मुद्दा सीएम अरविंद केजरीवाल ने फिर से उठाया है. सीएम केजरीवाल ने फिर से उस मुद्दे से जुड़ा सवाल उठाया है, जिसमें उपराज्यपाल ने कहा था कि एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर मैं सभी निर्णय ले रहा हूं और पूछा है कि अगर ऐसा ही हुआ तो फिर चुनी हुई सरकार का क्या होगा?

केजरीवाल ने की सार्वजनिक चर्चा की मांग

मुख्यमंत्री ने लिखा है कि इन सभी मुद्दों पर हम व्यक्तिगत तौर पर चाय पर चर्चा कर सकते हैं, लेकिन चूंकि ये मुद्दे दिल्ली और देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, इसलिए इनपर सार्वजनिक चर्चा होनी चाहिए.

LG ने बैठक के लिए बुलाया 

इससे पहले दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने CM केजरीवाल को प्रशासन से जुड़े कुछ प्रावधानों पर बैठक के लिए आमंत्रित किया था. उपराज्यपाल ने CM केजरीवाल को पत्र लिखकर कहा था कि दिल्ली में प्रशासन के प्रावधान किसी भी याचिकाकर्ता, वकील और आम आदमी के लिए पूरी तरह स्पष्ट है फिर भी कुछ चीजें कानूनी पचड़े में उलझ रही हैं. ऐसे में राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों के हित में 'विवाद रहित' शासन के लिए नियमित बैठक करते रहना चाहिए.

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'आपने गर्वनेंस को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है'

पत्र की ही शुरुआत में LG ने लिखा था कि मैं इस बात की सराहना करता हूं कि आपने शहर में गवर्नेंस को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है और राजधानी के प्रशासन से जुड़े संवैधानिक प्रावधानों और कानूनों की पेचीदगियों में जाने लगे हैं. स्पष्टता के लिए मैं आपको मीटिंग के लिए आमंत्रित करना चाहता हूं, जहां हम इन मुद्दों को डिस्कस कर सकें.

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