
दिल्ली के मोती बाग इलाके से हाल ही में एक भयावह मामला सामने आया था, जिसमें एक 16 साल की लड़की पर कुल्हाड़ी से स्टॉकर ने हमला कर दिया था. मामले की जांच में पता लगा की हमलावर लड़का लंबे समय से लड़की के पीछे पड़ा हुआ था. एक दिन गुस्से में उसने लड़की की हत्या कर दी. इस मामले की गंभीरता देखते हुए स्टॉकिंग के मद्देनजर दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस के सभी डीसीपी को नोटिस जारी किया है.
महिला आयोग ने सवाल किया है कि उनके क्षेत्र में पिछले 2 सालों से स्टॉकिंग के कितने मामले रिपोर्ट हुए हैं, कितने मामलों में एफआईआर दर्ज हुई, कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया और कितनों को बेल मिल गई है. दिल्ली महिला आयोग ने यह भी पूछा है कि कितने लोगों पर स्टॉकिंग के एक से अधिक केस चल रहे हैं.
दिल्ली महिला आयोग स्टॉकिंग को एक बेहद संगीन अपराध मानता है. स्टॉकिंग के खिलाफ कई बार सख्त कार्रवाई न होने के गंभी परिणाम सामने आते हैं. आयोग का मानना है की ऐसे मामलों में पहली शिकायत के बाद ही पुलिस की मुस्तैदी जरूरी है. पहली बार ही ऐसे शिकायत मिलने पर पुलिस की जिम्मेदारी है कि शिकायतकर्ता लड़की की सुरक्षा का खास ध्यान रखा जाए.
दिल्ली: आटा चक्की में करवाई जा रही थी बाल मजदूरी, DWC ने बच्चे का कराया रेस्क्यू
21 जुलाई तक देना होगा जवाब
दिल्ली पुलिस से यह भी पूछा गया है कि उनके द्वारा स्टॉकिंग जैसे अपराध को रोकने के लिए क्या क्या कदम उठाए जाते हैं. दिल्ली पुलिस को मामले की विस्तृत रिपोर्ट आयोग के सामने 21 जुलाई तक रखनी है, जिसके बाद आयोग इस विषय में सरकार और पुलिस दोनों को कानून और प्रशासनिक बदलाव के पुख्ता सुझाव देगा और उन पर अमल करवाएगा.
स्टॉकिंग के खिलाफ बने मजबूत सिस्टम
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि पिछले हफ्ते दिल्ली में एक रूह झकझोर देने वाला मामले हम सबने देखा जिसमें एक लड़के ने स्कूल जाने वाली एक बच्ची की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी. हमारा मानना है स्टॉकिंग एक बेहद संगीन अपराध है और इसे जरा भी हल्के में नहीं लिया जा सकता. हमने पुलिस से स्टॉकिंग के बढ़ते मामलों पर रिपोर्ट मांगी है. हम चाहते हैं ऐसे सिस्टम बनें जिसमें अपराधी ऐसा दुस्साहस करने की हिम्मत तक ना करे.