
शीला दीक्षित के निधन के बाद से खाली दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद की कुर्सी के लिए जल्द ही ऐलान हो जाएगा. ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं. पूर्व क्रिकेटर और पूर्वांचली नेता कीर्ति आजाद इस रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं. दिल्ली में नए कांग्रेस अध्यक्ष पद की दावेदारी के बीच दिवंगत शीला दीक्षित के बेटे और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको को एक चिट्ठी भेजी है. जिसमें उन्होंने दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित और अपनी मां के निधन के लिए पीसी चाको को जिम्मेदार ठहराया है.
संदीप दीक्षित का आरोप है कि पीसी चाको के मानसिक उत्पीड़न की वजह से शीला दीक्षित का निधन हुआ है. संदीप दीक्षित ने चिट्ठी में कहा कि अगर पीसी चाको शीला दीक्षित के मानसिक उत्पीड़न के लिए माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
तनाव में रहती थीं शीला दीक्षित
अब शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने चिट्ठी में प्रदेश प्रभारी चाको द्वारा पैदा की गई राजनीतिक परिस्थितियों को जिम्मेदार बताते हुए शीला की मौत का जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित बीमार चल रही थीं और उनके फैसलों पर पीसी चाको के साथ मतभेद से वो परेशान और तनाव में थीं. संदीप दीक्षित ने कहा कि लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर पीसी चाको और शीला में मनमुटाव शुरू हुआ था. जिसके बाद चाको और शीला के बीच मतभेद होने के चलते वह तनाव में रहने लगी थीं.
जुलाई में हुआ था शीला दीक्षित का निधन
बता दें कि दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहते जुलाई में शीला दीक्षित का निधन हुआ था. अध्यक्ष पद पर रहते शीला और पीसी चाको के बीच पार्टी की प्रदेश इकाई के फैसलों को लेकर मतभेद था. शीला दीक्षित ने सोनिया गांधी को लिखी आखिरी चिट्ठी में अजय माकन और पीसी चाको पर गंभीर आरोप लगाए थे. शीला ने चिट्ठी में आरोप लगाया था कि माकन पार्टी को कमजोर कर रहे हैं और चाको को गुमराह कर रहे हैं.
चाको बोले- नहीं बताऊंगा चिट्ठी में क्या लिखा
वहीं पीसी चाको ने संदीप दीक्षित द्वारा भेजी गई चिट्ठी के बारे में बात करते हुए कहा कि मैं नहीं बताना चाहता कि चिट्ठी में क्या लिखा है. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि इसे कांग्रेस अध्यक्ष को भेजना उचित है. पीसी चाको ने कहा कि संदीप दीक्षित नहीं बता सकते कि मुझे क्या करना चाहिए और क्या नहीं.
कब होगा कांग्रेस अध्यक्ष का ऐलान?
करीब ढाई महीने से खाली चली आ रही दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर नाम तय नहीं हुआ है. कांग्रेस में नए शामिल हुए क्रिकेटर और पूर्व सांसद कीर्ति आजाद का नाम रेस में आगे माना जा रहा है.अब जबकि दिल्ली में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां बढ़ रही हैं तो पार्टी जल्द ही प्रदेश का नया मुखिया तय करने की योजना बना रही है.
गौरतलब है कि शीला दीक्षित के निधन के बाद सोनिया गांधी ने नेताओं और कांग्रेस इंचार्ज पीसी चाको से मुलाकात की थी, लेकिन अध्यक्ष की घोषणा नहीं हो पाई थी.