
दिल्ली में आने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन से इनकार करने के बाद दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है. कांग्रेस का मानना है कि शीला दीक्षित के इस निर्णय से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी जोश है और अब यह जोश इस कदर पहुंच गया है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शीला दीक्षित को ही लोकसभा चुनाव लड़ने की मांग रख दी है. इसके लिए पार्टी आलाकमान राहुल गांधी को भी पत्र लिखा गया है.
पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट में ओखला विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक प्रस्ताव पास किया. जिसमें दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित से मांग की है कि वह पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़े. कार्यकर्ताओं का मानना है कि यदि शीला दीक्षित चुनाव लड़ेंगी तो इसका असर दिल्ली की सातों लोकसभा सीट पर पड़ेगा.
ओखला ब्लॉक के अध्यक्ष परवेज आलम का कहना है कि यदि शीला दीक्षित चुनाव लड़ेंगी तो इसका असर दिल्ली की सभी लोकसभा सीट पर पड़ेगा. दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण वालिया का भी यही मानना है कि शीला दीक्षित का कद दिल्ली की राजनीति में इतना बड़ा है कि यदि वह चुनाव लड़ेंगी तो निश्चित तौर पर दिल्ली में कांग्रेस की हवा तेजी से बहेगी. तो वहीं दूसरी तरफ शीला दीक्षित चुनाव लड़ने के सवाल पर कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि उनका अभी ऐसा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है.
गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में राजधानी दिल्ली में बीजेपी ने क्लीन स्वीप करते हुए सभी सात सीटों पर कब्जा कर लिया था. दिल्ली विधानसभा चुनाव में जबर्दस्त प्रदर्शन करने वाली आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी दिल्ली मे अपना खाता तक नहीं खोल पाई थी.
बता दें कि दिल्ली में कुल 7 लोकसभा सीट है. जिसमें कांग्रेस उन सभी सातों लोकसभा सीट पर अकेले चुनाव लड़ने का मन बना रही है और कहीं ना कहीं दिल्ली में अपनी खोई हुई जमीन वापस हासिल करना चाहेगी.