
दिल्ली में डेंगू का आंकड़ा 2 हज़ार के पार हो गया है. लेकिन डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के मरीजों का सही पता गायब है. ऐसे में अधूरा पता या गलत पता होने के चलते एमसीडी के डेंगू अभियान को पलीता लग रहा है.
सफदरजंग अस्पताल में 8 नंवबर को भर्ती डेंगू के मरीज ने पता लिखवाया हाउस नंबर 37, गली नं 4, फेज 3 गुरूग्राम. वहीं बेस हॉस्पिटल दिल्ली कैंट में दाखिल मरीज ने पूरा पता सिर्फ दिल्ली कैंट ही लिखा है.
दीप चंद बंधु अस्पताल में दाखिल मरीज ने अपना पता H.647 RAMPURA, DELHI लिखवाया. लेकिन इन सभी पतों को एमसीडी की टीम नहीं खोज पाई. लिहाजा ये पता नहीं लग पाया कि इन मरीजों को डेंगू का इंफेक्शन किस लोकेशन में हुआ. इलाके की पहचान ना हो पाने की वजह से वहां एंटी लार्वा फॉगिंग भी नहीं हो पाई.
ऐसे में ये मरीज जिस भी इलाके से थे वहां डेंगू का हॉट-स्पॉट था. उन्होंने इलाज भी ले लिया, लेकिन जल जनित बीमारियों के खिलाफ अभियान को यहीं पलीता लग गया. ऊपर के पते महज़ मर्ज समझने कि लिए हैं.
दिल्ली में 1127 नए केसेज में 78 ऐसे केस थे जिसमें कुछ मरीजों का सही पता था, लेकिन मरीज वहां नहीं मिला, कईयों का अधूरा पता और कई गलत पते भी मिले.
सीनियर पब्लिक हेल्थ ऑफिसर ने बताया कि मरीज न मिलने पर उस इलाके में फॉगिंग नहीं हो पा रही है. यही वजह है कि बाकायदा निगम को अस्पतालों के जरिए सही पता नहीं दिया जा रहा है. सीनियर अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि अस्पतालों और निगम के बीच कोई यूनिट ऐसी नहीं है जो इस समस्या पर गंभीरता से विचार करे.
मरीजों के ना मिलने से आंकड़ों में तो हॉट-स्पॉट घट रहे. लेकिन असल में मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है. नॉर्थ दिल्ली नगर निगम में 149, साउथ दिल्ली नगर निगम में 35, ईस्ट दिल्ली नगर निगम में 16 और नई दिल्ली नगर पालिक परिषद में 3 हॉट-स्पॉट हैं.
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