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अब नुक्कड़ नाटक से डेंगू रोकेगी साउथ एमसीडी

साउथ एमसीडी के मेयर कमलजीत सहरावत के मुताबिक, ये मुहिम अगले 2 महीनों तक चलेगी. इसके अलावा कूड़ा उठाने वाले ऑटो टिपर्स पर भी लाउडस्पीकर के ज़रिये मुनादी करवाई जा रही है. इसके अलावा हर वॉर्ड में एक रिक्शे के जरिये भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वह डेंगू के लार्वा को पनपने ना दें.

प्रतीकात्मक प्रतीकात्मक
रवीश पाल सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 05 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 6:06 PM IST

डेंगू, चिकुनगुनिया और मलेरिया के डंक को रोक पाने में नाकाम एमसीडी अब नुक्कड़ नाटक का सहारा लेने जा रही है. साउथ एमसीडी ने तय किया है कि अब वह नुक्कड़ नाटकों और स्ट्रीट प्ले के ज़रिये लोगों को वर्षा जनित बिमारियों की रोकथाम के लिए जागरूक करेगी. इसकी शुरुआत सोमवार 7 अगस्त से होगी.

साउथ एमसीडी के मेयर कमलजीत सहरावत के मुताबिक, ये मुहिम अगले 2 महीनों तक चलेगी. इसके अलावा कूड़ा उठाने वाले ऑटो टिपर्स पर भी लाउडस्पीकर के ज़रिये मुनादी करवाई जा रही है. इसके अलावा हर वॉर्ड में एक रिक्शे के जरिये भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वह डेंगू के लार्वा को पनपने ना दें.

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निगम के मुताबिक, अब तक 25 लाख बल्क एसएमएस भेजे जा चुके हैं और लगभग 19 लाख हैंडबिल बांटे जा चुके हैं. इसके अलावा हर वार्ड में डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर की टीम बनाई गई है, जो हर घर जाकर ब्रीडिंग पर नज़र रखेगी. मच्छरों के खिलाफ इस लड़ाई में अब तक लगभग 2400 से ज़्यादा आरडब्लूए की बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं.

इसके अलावा निगम ने साथ ही बताया कि वर्षाजनित बिमारियों से बचाव के लिए स्कूलों, कंस्ट्रक्शन साइट, टूरिस्ट प्लेस के साथ साथ सरकारी और गैर सरकारी दफ्तरों में विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं. स्कूलों में बच्चों को पूरी बांह के कपड़ पहन कर आने के लिए एडवाइज़री इश्यू की गई है. निगम के मुताबिक वर्षाजनित बिमारियों के लिए इस बार साउथ एमसीडी ने टोलफ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-11-22-60 भी जारी किया है.  

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आपको बता दें कि साउथ दिल्ली में अब तक 45,315 जगहों पर मच्छरों का लार्वा मिला है और इनमें से 42554 को कानूनी नोटिस भेजा जा चुका है. साउथ एमसीडी के मुताबिक, अब तक 3453 चालान किए जा चुके हैं, जिनमें  डीडीए,  मेट्रो निर्माण स्थल, डीटीसी, सुप्रीम कोर्ट पार्किंग, पीडब्लूडी, एयर इंडिया कॉलोनी, सीपीडब्लूडी, दिल्ली जल बोर्ड दफ्तर, एमटीएनएल और सीआऱपीएफ दफ्तर शामिल है.

 

 

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