
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और दिल्ली सरकार के बीच तकरार जारी है. सोमवार को LG वीके सक्सेना की चिट्ठी के बाद अब दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने LG को चिट्ठी लिखकर बड़ा हमला किया है. इस चिट्ठी में डिप्टी सीएम सिसोदिाया ने कहा कि उपराज्यपाल चुनी हुई सरकार को बाईपास (Bypass) कर रहे हैं. सभी जांच गैरकानूनी और असंवैधानिक हैं. साथ ही कहा कि आपको जमीन, पुलिस, पब्लिक ऑर्डर और सर्विसेज के अलावा अन्य किसी भी मामले में आदेश देने का अधिकार नहीं है.
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने LG पर हमला करते हुए कहा कि आपके सभी आदेश राजनीति से प्रेरित हैं. क्योंकि अब तक किसी भी जांच में कुछ भी नहीं निकला है. इसलिए आपसे आग्रह है कि आप संविधान के अनुरूप कार्य करें.
मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल को लिखी चिट्ठी में कहा है कि आप हमारे कामकाज पर नई जांच बिठा रहे हैं. ये सभी जांच गैरकानूनी और गैरसंवैधानिक हैं. साथ ही कहा कि अगर आपको किसी विषय पर जांच करवानी है तो आपको संबंधित मंत्री या फिर मुख्यमंत्री को लिखना होगा. इन 4 विषयों को छोड़कर अन्य किसी भी विषय पर आप किसी भी अधिकारी को सीधे आदेश नहीं दे सकते.
डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि चुनी हुई सरकार को पूरी तरह से बाईपास कर आपके द्वारा इस प्रकार मनमर्जी से लिए गए निर्णयों का पालन करना संभव नहीं है. साथ ही मुख्य सचिव को दिए गए सभी आदेश वापस लिए जाएं.
दरअसल, सोमवार को LG वीके सक्सेना ने सीएम अऱविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी थी. इसमें उन्होंने लिखा था कि गांधी जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री या फिर दिल्ली सरकार का कोई भी मंत्री राजघाट नहीं पहुंचा. न ही लाल बहादुर शास्त्री की समाधि पर सीएम केजरीवाल या कोई मंत्री नहीं आया. LG सक्सेना ने कहा था कि जहां प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आए हों, वहां ऐसा नहीं होना चाहिए था. उपराज्यपाल ने चिट्ठी में लिखा कि प्रथम दृष्टया यह मामला जानबूझकर प्रोटोकॉल तोड़ने का मामला मालूम पड़ता है.
हालांकि आम आदमी पार्टी की ओर से उपराज्यपाल की इस चिट्ठी का भी जवाब दिया गया था. AAP ने कहा था कि ये चिट्ठी पीएम मोदी के निर्देश पर लिखी गई है. साथ ही कहा था कि सीएम अरविंद केजरीवाल पिछले कई वर्षों में हमेशा गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं. उस दिन CM गुजरात में थे और इसलिए वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके.
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