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आठवीं तक पढ़ाई, जरायम की दुनिया में एंट्री, कत्ल का टास्क... दिल्ली में पकड़े गए 19 साल के शार्प शूटर की कहानी

दिल्ली के रोहिणी में पुलिस ने 19 साल के शार्प शूटर को गिरफ्तार किया, जो एक खतरनाक मिशन पर निकला था. कम उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रखने वाला दीपक 'नवीन बाली-हिमांशु भाऊ गैंग' का हिस्सा बन चुका था. उसे गोगी गैंग के एक सदस्य की हत्या का काम सौंपा गया था. पुलिस ने समय रहते उसकी साजिश विफल कर दी.

दिल्ली में पकड़ा गया शॉर्प शूटर. (Photo: AI) दिल्ली में पकड़ा गया शॉर्प शूटर. (Photo: AI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 15 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 1:27 PM IST

दिल्ली पुलिस ने एक 19 वर्षीय शार्प शूटर को गिरफ्तार किया, जो रोहिणी इलाके में हत्या की साजिश रच रहा था. पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान दीपक के रूप में हुई है, जो हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है. पुलिस ने उसे बीते 4 मार्च को उस समय गिरफ्तार किया था, जब वह रोहिणी के जापानी पार्क के पास हथियारों से लैस होकर वारदात को अंजाम देने की फिराक में था.

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एजेंसी के अनुसार, पुलिस का कहना है कि दीपक साल 2023 में हरियाणा के झज्जर में नवीन बाली-हिमांशु भाऊ गिरोह के सदस्यों के संपर्क में आया था. इन गैंगस्टरों की लाइफस्टाइल से प्रभावित होकर उसने इस गिरोह का हिस्सा बनने की इच्छा जताई. इसके बाद उसे गिरोह में भर्ती किया गया और गोगी गैंग के एक सदस्य की हत्या की जिम्मेदारी सौंपी गई. 

पुलिस को सूचना मिली थी कि यह गिरोह टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का बदला लेने के लिए बाहरी दिल्ली में टारगेट किलिंग की योजना बना रहा है. इसी दौरान रोहिणी में दीपक की मूवमेंट की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उसे बीते 4 मार्च को धर दबोचा. गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से दो हथियार और चार जिंदा कारतूस बरामद किए गए.

यह भी पढ़ें: दिल्ली पुलिस का बड़ा एक्शन... लंदन में बैठे गैंगस्टर कपिल सांगवान के 7 शूटर गिरफ्तार, हथियार-कैश बरामद, गैंगवार की साजिश नाकाम!

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इस मामले में डीसीपी (स्पेशल सेल) अमित कौशिक ने बताया कि दीपक ने आठवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और बचपन से ही उसका स्वभाव आक्रामक था. साल 2022 में उसके परिवार से जुड़े एक विवाद के चलते उसे अपमानित होना पड़ा था, जिसके बाद उसने बदला लेने के इरादे से अपराधियों के साथ जुड़ने का फैसला किया.

दीपक के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि वह गैंग के किन-किन लोगों के संपर्क में था. गिरोह के अन्य सदस्यों की क्या भूमिका थी. पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी से दिल्ली में संभावित गैंगवार को रोकने में मदद मिली है. आगे भी ऐसे अपराधियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा.

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