
आर्थिक तंगी की मार झेल रही ईस्ट एमसीडी की आय को बढ़ाने के लिए कमिश्नर ने ईस्ट एमसीडी में तीन नए टैक्स लगाने का प्रस्ताव रखा है. कमिश्नर ने अपने बजट भाषण में शिक्षा उपकर, प्रोफेशनल टैक्स और सुधार कर लगाने का प्रस्ताव रखा है. कमिश्नर के मुताबिक इन 3 नए करों से ईस्ट एमसीडी को सालाना 30 करोड़ रुपए की आय होगी. इसके अलावा कमिश्नर ने गंदगी फैलाने वालों से भी शुल्क लेना प्रस्तावित किया है.
ईस्ट एमसीडी शिक्षा उपकर को केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित प्रतिशत को ही प्रापर्टी टैक्स में जोड़ कर लेगा. प्रोफेशनल्स और व्यवसायियों से 100 रुपए प्रति माह की दर से आजीविका/व्यवसाय कर और विकास के नाम पर सुधार कर लेने का प्रस्ताव कमिश्नर ने बजट भाषण में रखा.
ईस्ट एमसीडी की ऐसी इमारतें जहां बिजली की खपत 25 किलोवाट से अधिक है उनकी छतों पर सोलर पैनल लगाने का प्रस्ताव भी रखा गया है ताकि बिजली बिल कम किया जा सके. ईस्ट एमसीडी का ये बजट लगभग 2243 करोड़ रुपए के घाटे का बजट है.