
दिल्ली में पुराने वाहनों पर प्रतिबंध के बाद से सड़कों से 35 प्रतिशत से अधिक गाड़ियां कम हो गईं. ये बात दिल्ली के आर्थिक सर्वे 2022-23 में सामने आया है. दिल्ली के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार को आउटकम बजट (आर्थिक सर्वे) पेश किया. इसके मुताबिक, दिल्ली की सड़कों पर 2021-22 में 79.18 लाख वाहन रह गए. जबकि 2020-21 में ये संख्या 12253350 थी. यानी एक साल में करीब 43,35,452 वाहन कम हुए हैं.
दिल्ली सरकार ने डीजल से चलने वाले 10 साल पुराने और पेट्रोल से चलने वाले 15 साल पुराने वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद से 35.38% वाहन कम हो गए.
इतना ही नहीं दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय 2021-22 में बढ़कर 389529 रुपये हो गई जो 2020-21 में 331112 रुपये थी. यानी पिछले साल की तुलना में प्रति व्यक्ति आय 15% बढ़ गई है. अनुमानों के मुताबिक, दिल्ली में 2022-23 के दौरान प्रति व्यक्ति आय 4,44,768 होगी. यह पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 14.18 प्रतिशत अधिक है. आर्थिक सर्वे 2022-23 के मुताबिक, दिल्ली में आर्थिक गतिविधियों में राष्ट्रीय स्तर की तुलना में बहुत तेजी से सुधार आया. 2021-22 और 2022-23 में दिल्ली के वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद में 9.14 प्रतिशत और 9.18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. समीक्षा में बताया गया कि दिल्ली सरकार का कर संग्रह भी 2021-22 के दौरान 36 प्रतिशत बढ़ गया. 2020-21 में कोविड-19 महामारी की वजह से यह 19.53 प्रतिशत घट गया था.
साल दर साल बढ़ रही प्रति व्यक्ति आय
साल | प्रति व्यक्ति आय |
2011-12 | 185001 |
2019-20 | 260559 |
2022-23 | 271019 |
दिल्ली में प्रति हजार जनसंख्या पर वाहनों की संख्या बढ़ी
सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में दिल्ली में डीजल से चलने वाले 10 साल और पेट्रोल से चलने वाले 15 साल पुराने वाहनों पर बैन लगा दिया था. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का 2014 का आदेश 15 साल से पुराने वाहनों को सार्वजनिक स्थानों पर पार्क करने पर रोक लगाता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली में वाहनों की वार्षिक वृद्धि 2005-06 में 8.13 प्रतिशत से गिरकर 2020-21 में 3.03 प्रतिशत हो गई. हालांकि, इसी अवधि के दौरान प्रति हजार जनसंख्या पर वाहनों की संख्या 317 से बढ़कर 655 हो गई.
दिल्ली में कुल कितने वाहन?
रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली भारत में व्यक्तिगत मोटर चालित वाहनों का केंद्र है. दिल्ली में कुल मोटर वाहन 122.53 लाख हैं. कार और जीप कुल पंजीकृत मोटर चालित वाहनों का लगभग 28 प्रतिशत है, जबकि दोपहिया वाहन कुल पंजीकृत वाहनों का लगभग 67 प्रतिशत हैं. आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दिल्ली की सड़कों पर चलने वाले वाहनों की वास्तविक संख्या के बारे में एक विरोधाभास है क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में बड़ी संख्या में पंजीकृत वाहन एनसीआर क्षेत्रों में चल रहे हैं और एनसीआर में पंजीकृत वाहन दिल्ली में चल रहे हैं.
दिल्ली में वाहनों की संख्या में 35% आई कमी
साल | वाहनों की संख्या |
2015-16 | 9704741 |
2016-17 | 10382757 |
2017-18 | 10986015 |
2018-19 | 11892877 |
2019-20 | 11892877 |
2020-21 | 12253350 |
2021-22 | 7917898 (43,35,452) |
दिल्ली में महिलाओं को फ्री यात्रा, छात्रों-वरिष्ठ नागरिकों को रियायत
सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार डीटीसी और क्लस्टर बसों में छात्रों, वरिष्ठ नागरिकों, विकलांगों और स्वतंत्रता सेनानियों को किराए में रियायत दे रही है. रियायत राशि की प्रतिपूर्ति दिल्ली सरकार द्वारा की जाती है. दिल्ली सरकार ने 2020-21 के दौरान रियायती पास के लिए 78.82 करोड़ रुपये की प्रतिपूर्ति की है.
डीटीसी और क्लस्टर बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा 29 अक्टूबर, 2019 को शुरू हुई. 2021-22 के दौरान महिला यात्रियों ने डीटीसी में 13.04 करोड़ और क्लस्टर बसों में 12.69 करोड़ मुफ्त यात्रा का लाभ उठाया। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान डीटीसी में दैनिक औसत यात्री 15.62 लाख और क्लस्टर बसों में 9.87 लाख थे.
दिल्ली में 63 बस डिपोट्स और 16 बस टर्मिनल में हैं. DTC की 4010 बसें राजधानी के 461 रूट और एनसीआर के 7 रूट पर चल रही हैं. क्लस्टर स्कीम के तहत 3,319 बसें भी चल रही हैं. रात में 27 रूट पर 88 बसें चलती हैं. लेडीज बसें भी चलती हैं.
30 सितंबर 2022 तक बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए 7938 मार्शल तैनात किए गए हैं. दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने का फैसला किया है. पिछले साल दिसंबर तक लगभग 300 इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया गया है.