
दिल्ली में अक्टूबर के बिजली बिल पर सब्सिडी पाने का आज. 31 अक्टूबर को आखिरी मौका है. अगर आप 31 अक्टूबर तक बिजली के बिल पर सब्सिडी पाने के लिए आवेदन कर देते हैं तो आपको 1 अक्टूबर से बिजली के बिल पर सब्सिडी मिलेगी. बता दें, दिल्ली में 2015 में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद बिजली बिल पर छूट दे दी गई थी. तभी से दिल्ली में केजरीवाल सरकार 200 यूनिट तक की बिजली फ्री दे रही थी. लेकिन अक्टूबर 2022 से सबको सब्सिडी नहीं मिलेगी. अब सब्सिडी सिर्फ उन्हें ही मिलेगी, जो इसके लिए आवेदन करेंगे. जानकारी के मुताबिक अबतक 33 लाख से ज़्यादा उपभोक्ता बिजली सब्सिडी के लिए आवेदन कर चुके हैं.
कैसे करें सब्सिडी के लिए आवेदन?
सिंतबर के बिजली बिल के साथ एक फॉर्म आएगा होगा. आपको इस फॉर्म को भरना होगा और बताना होगा कि सब्सिडी चाहते हैं या नहीं. फॉर्म भरने के बाद इसे कनेक्शन सेंटर में जमा कराना होगा. यानी, जहां बिजली बिल जमा होता है, वहां पर. इससे 1 अक्टूबर के बाद भी सब्सिडी जारी रहेगी.
इसके अलावा आप सब्सिडी के लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं. घर बैठे-बैठे भी सब्सिडी का फॉर्म भरा जा सकता है. इसके लिए आपको 7011311111 पर मिस कॉल देना होगा. इसपर वॉट्सऐप पर Hi लिखकर भी मैसेज किया जा सकता है. इसके बाद एक मेसेज आएगा. इसमें लिखा होगा, 'Welcome to Delhi Government Power Subsidy portal. To avail Delhi power subsidy, please proceed.' इसके बाद कृप्या आगे बढ़ने के लिए भाषा चुनें लिखा आएगा. फिर सुविधा के मुताबिक, हिंदी या इंग्लिश चुन लें. फिर आगे आपसे CA नंबर (बिल पर लिखा होता है) मांगा जाएगा. वह डालने के बाद डिटेल कंफर्म कर लें. फिर आप सब्सिडी के लिए रजिस्टर्ड हो जाएंगे. इसके अलावा जिन लोगों ने CA नंबर के साथ अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करवाया है, उन्हें खुद से ही सब्सिडी के लिए मैसेज भेजा जाएगा.
अगर आज नहीं भरा फॉर्म?
अगर आप 31 अक्टूबर तक फॉर्म जमा नहीं कर पाते हैं, तो सब्सिडी का फायदा नहीं मिलेगा. अगर आप 1 नवंबर या उसके बाद फॉर्म जमा करते हैं तो उसी महीने के बिल पर सब्सिडी मिलेगी. मान लीजिए कि आपने 1 नवंबर या उसके बाद फॉर्म भरा. तो आपको 1 नवंबर से सब्सिडी मिलनी शुरू होगा. अक्टूबर का पूरा बिल आपको भरना होगा.
बता दें, दिल्ली में 58 लाख बिजली उपभोक्ता हैं. इनमें से 47 लाख परिवारों को बिजली बिल पर सब्सिडी मिलती है. 30 लाख परिवारों की बिजली फ्री मिलती है, जबकि 17 लाख परिवारों का बिजली बिल आधा आता है.