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दिल्ली फायर सर्विस के भीतर की 'आग' सतह पर आ गई, जांच जारी

फायर डिपार्टमेंट में एडिशनल डिविजनल ऑफिसर ए.के.शर्मा ने बताया कि उन्होंने अनुरोध मानने से इनकार नहीं किया था बल्कि स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के तहत कॉल को मेक 4 को करने को कहा था.

दिल्ली फायर सर्विस (फाइल फोटो) दिल्ली फायर सर्विस (फाइल फोटो)
राम किंकर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 19 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 11:48 PM IST

दिल्ली फायर सर्विस के अंदर चल रहा मनमुटाव सबके सामने आने लगा है. इसी बीच वायरल हो रहे फायर स्टेशन के इंचार्ज और एडिशनल डिविजनल ऑफिसर की बातचीत वायरल हो रही है. जिसके बाद दिल्ली फायर सर्विस के विभाग में मचे घमासान पर कई सवाल उठने लगे हैं.

दिल्ली फायर सर्विस के कंट्रोल रूम में आग की सूचना मिलने पर कंट्रोल रूम करीबी फायर स्टेशन के इंचार्ज को मौके पर जाने को कहता है. जिस पर एडिशनल डिविजनल ऑफिसर ए.के.शर्मा ने कंट्रोल रूम को पलट कर कहा, 'पहले कॉल MAKE-4 (मौके पर कम से कम 4 दमकल की गाड़ियां भेजना) करो फिर वहां जाऊंगा.'

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जबकि ए.के.शर्मा आजतक से बाचीत में बताया कि उन्होंने मना नहीं किया है बल्कि स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के तहत कॉल को मेक 4 को करने को कहा था. जब कंट्रोल रूम ने डिविजनल फायर ऑफिसर सुनील चौधरी को इस बात के बारे में बताया कि तो उन्होंने दिल्ली फायर सर्विस की ऑकरेंस बुक में रेड एंट्री करते हुए एबसेंट लिख दिया और एडिशनल डिविजनल ऑफिसर रैंक के अफसर के मौके पर जाने से मना करने को सीरियस करार दिया. 

डिविजनल फायर ऑफिसर सुनील चौधरी ने आजतक से बताया कि 14 जुलाई रविवार की घटना है. फायर सर्विस के डायरेक्टर को पूरी रिपोर्ट सबमिट कर दी गई है. अब उनको तय करना है कि इसकी इंक्वायरी कौन सा अफसर करेगा? वहीं दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर विपिन कैंटल का दावा है कि एसिस्टेंट डिविजनल अफसर मौके पर गए थे पर एबसेंट रिपोर्ट सबमिट किए जाने पर बोले कि इसकी जांच की जा रही है.

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जानकारी के मुताबिक 14 जुलाई को मुंडका की स्वर्ण पार्क फैक्ट्री में आग लग गई थी. मई, जून और जुलाई के महीने में दिल्ली फायर सर्विस को हर रोज करीब 125 कॉल्स मिलती हैं. ताजा वाकये के बाद ये बहस भी जारी हो गई है कि आग की सूचना मिलने पर मौके पर दमकल कर्मी के पहुंचने के बाद दी रिपोर्ट के आधार पर दमकल की संख्या बढ़ा जी जाए या फिर कंट्रोल रूम पहले दमकल भेज दें फिर कॉल को आधिकारिक तौर पर डिक्लियर कर दें.

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