
दिल्ली में नगर निगम के चुनाव हैं और कांग्रेस की तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित आजकल रिलैक्स कर रही हैं. दरअसल, एक तरफ दिल्ली के ज्यादातर बड़े नेता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन से एमसीडी चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर नाराज हैं. अमरीश गौतम से लेकर अरविंदर सिंह लवली और अमित मलिक से लेकर कई नेता नाराज होकर बीजेपी ज्वाइन कर चुके हैं. तो वहीं ए.के वालिया, हारुन यूसुफ, परवेज हाशमी, योगानंद शास्त्री और संदीप दीक्षित जैसे नेताओं की लंबी फेहरिस्त है जो माकन से नाराज हैं. हालांकि खुद माकन कह चुके हैं कि उन्होंने सर्वे और मेरिट के आधार पर टिकट बांटे हैं.
ऐसे वक्त में शीला दीक्षित एमसीडी चुनाव से दूर नजर आ रही हैं. एक तरफ जब मंगलवार को शीला सरकार में मंत्री रहे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित मलिक के बीजेपी में जाने की खबर आई तो शीला घर पर आराम कर रही थीं. उसके बाद मीडिया से मुखातिब होकर शीला ने इस घटनाक्रम के लिए अजय माकन की मनमानी कार्यशैली को जिम्मेदार ठहराया. तो साथ ही ऐसे वक्त में चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़ने के लिए लवली और अमित मलिक को धोखेबाज करार दिया.
शायद शीला इंतजार कर रही थीं, बताना नहीं भूली कि, प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से अजय माकन ने कभी उनसे संपर्क नहीं किया. ना ही उनसे एमसीडी चुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने चर्चा की. वैसे भी वह पहले यूपी की कांग्रेस की सीएम कैंडिडेट बनी थीं, जिसके बाद दिल्ली की राजनीति से उनकी दूरी और बढ़ गई थी. कांग्रेस का समझौता समाजवादी पार्टी से हुआ तो शीला की वापसी हो गई. लेकिन दिल्ली के नगर निगम चुनाव में उनकी प्रदेश संगठन ने कोई पूछ नहीं की.
ऐसे में शीला भरपूर आराम कर रही हैं और जब पार्टी के नेता बीजेपी ज्वाइन कर रहे थे उसी शाम उनका पहले से फिल्म देखने का कार्यक्रम बना हुआ था. जो शीला दीक्षित दिल्ली में 15 साल तक सीएम रहीं वो एमसीडी चुनाव के वक्त घर पर आराम करें या फिल्म देखने जाएं तो हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है.
वैसे आपको बता दें कि, शीला दीक्षित ने कौन सी फिल्म देखी. शीला दीक्षित ने बताया कि, उनको सब ने कहा है कि, एक रीयलिस्टिक फिल्म बनी है, जिसमें एक बच्ची माउंट एवरेस्ट पर चढ़ती है, ऐसे में आपको यह फिल्म देखनी चाहिए. फिर क्या था दिल्ली में पार्टी की अंतरकलह और चुनावों के बीच 'पूर्वा' फिल्म देखने चली गईं.