
केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के नांगलोई में एक स्कूल के अंदर शिक्षक की हत्या के मामले की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश जारी किए हैं. इस बीच दिल्ली सरकार ने शिक्षक के परिवार वालों को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान भी किया है.
सोमवार को नांगलोई के एक सरकारी स्कूल में दो छात्रों ने अपने क्लास टीचर की चाकू मारकर हत्या कर दी थी. शिक्षक के परिवार वालों ने शिक्षक के इलाज के लिए अस्पताल और प्रशासनिक स्तर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली सरकार ने इसकी मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी किए हैं.
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि "कैबिनेट की बैठक में तय हुआ है कि आर्थिक मदद के लिए 1 करोड़ रुपए परिवार को दिए जाएंगे. हमारी सरकार शिक्षकों का सम्मान करती है और मानती है कि शिक्षक का योगदान भी सीमा पर खड़े सिपाही जैसा ही महान है."
मनीष सिसोदिया ने शिक्षकों का हौसला बढ़ाने की कोशिश करते हुए कहा कि "इस घटना के बाद शिक्षकों के मन में डर पैदा हो गया है. अभिभावकों को अपने बच्चों से बात करने की ज़रूरत है कि कोई भी टीचर बच्चों के भले की बात ही करता है. अभिभावकों को दिल्ली के सभी टीचर में भरोसा जगाना होगा और उन्हें बताना होगा कि हम उनका बहुत सम्मान करते हैं."
आगे मनीष सिसोदिया ने ये भी कहा कि दो बच्चों की वजह से सभी बच्चों को आरोपी नहीं बनाया जा सकता है.
बहरहाल दिल्ली सरकार ने जांच और मुआवजे का ऐलान कर अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करने का एहसास करा दिया है. लेकिन इस घटना ने कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं कि आखिर स्किल दिल्ली की बात करने वाली केजरीवाल सरकार ने पिछले डेढ़ साल में शिक्षा के क्षेत्र में जितने सुधारों का दावा किया है, क्या वो वाकई ज़मीनी हकीक़त से मेल खाते हैं?