
देश की राजधानी में 64 पक्षियों की मौत ने बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ा दिया है. 7 मरे हुए पक्षियों में वायरस पॉजिटिव आने के बाद दिल्ली सरकार ने चिकन और अंडों पर एक हेल्थ एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी में अधपका चिकन और अंडे न खाने की हिदायत दी गई है.
अब तक चिकन के सेफ होने के दावा करने वाली दिल्ली सरकार अब संभलकर चिकन खाने की अपील कर रही है. मंत्री गोपाल राय ने एक एडवाइजरी जारी करके चिकन और अंडा खाने में एहतियात बरतने की बात कही है. फ़िलहाल बर्ड फ्लू के खतरे से बचने के लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि चिकन के साथ क्या एहतियात बरता जाए.
एडवाइजरी के मुताबिक
1. पक्षियों के सीधे संपर्क से बचें
2. पक्षियों के पिंजरों और बर्तनों को रोज साफ करें
3. मीट वेस्ट का निपटान सही तरीके से करें
4. मरे हुए पक्षी को हाथ से न छुएं
5. मरे पक्षी की सूचना 23890318 पर दें
6. चिकन उत्पादों के साथ काम के वक्त मास्क और दस्ताने पहनें
7. मीट को 100 डिग्री तापमान पर पकाकर ही खाएं
8. कच्चा या आधा पका हुआ चिकन या अंडा न खाएं
पके="" मीट="" के="" साथ="" कच्चा="" न="" रखें
10. सफाई का ध्यान रखें
डियर पार्क में 2 और पक्षियों की मौत
गोपाल राय ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि डियर पार्क में और चिड़ियाघर के पीछे सुंदर नगर में पक्षियों की मौत के सैंपल की रिपोर्ट आई है. रिपोर्ट में एच 5, एन 8 वायरस पाया गया है. पिछले 3 दिन से चिड़ियाघर में किसी पक्षी की मौत नहीं हुई है. डियर पार्क में आज सिर्फ 2 पक्षियों के मौत की खबर है. एंटी वायरस कैंपेन चलाया जा रहा है. जिससे हालात काबू में आ रहा है. अगर डीडीए प्रशासन पहले से सतर्क होता तो डियर पार्क में हालात खराब नहीं होते.
रैपिड रेस्पॉन्स टीम बनाई गई
आगे गोपाल राय ने कहा कि वाटर बॉडी पार्क के लिए कुछ जरूरी निर्देश जारी किए गए हैं. वाटर बॉडी के चारोँ तरफ 4 फीट चौड़ा चूने का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं. सोडियम हाइपो क्लोराइड का छिड़काव पक्षियों पर करने के निर्देश भी दिए गए हैं. इसके अलावा जहां पक्षी पालन होता है, वहां खाने में एंटी वायरस दवाएं डाली जाएंगी. इसके साथ ही 12 रैपिड रेस्पॉन्स टीम गठित की गई है. मंगलवार को 11 बजे पशुपालन विभाग के दफ्तर में उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी, फिर वो काम के लिए उतारे जाएंगे.