
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली सरकार की 'मोहल्ला' बस सेवा मंजूरी मिलने के बाद अगले साल जनवरी में शुरू की जा सकती है. दरअसल, 2023-24 के दिल्ली बजट में घोषित 'मोहल्ला' बस सेवा का मकसद भीड़-भाड़ वाले इलाकों और संकरी सड़कों वाले इलाकों में अंदर तक कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए नौ मीटर छोटी इलेक्ट्रिक बसें संचालित करना है. इन बसों को विशेष रूप से ऐसे क्षेत्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है.
परिवहन मंत्री ने बताया, "नौ मीटर बसों की डिलीवरी अगले महीने से शुरू होने की संभावना है और हम इसका इंतजार कर रहे हैं. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को ऐसी बसें सप्लाई करने वाली एक कंपनी को छोड़कर, किसी भी कंपनी के पास ऐसी बसें तैयार नहीं हैं."
गहलोत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "आपूर्ति करने से पहले, एक प्रोटोटाइप बनाया जाता है और प्रमाणन एजेंसियां इसकी सड़क योग्यता का आकलन करती हैं. सड़क योग्यता प्रमाणित होने के बाद, उन्हें (बसों को) परिवहन विभाग को दिया जाता है और वह निरीक्षण करता है. फिर परीक्षण होता है."
उन्होंने कहा, "हमने ओईएम के साथ बैठक की और हमें जनवरी तक बसों की पहली खेप मिलने का भरोसा है. एक बार जब हम उन्हें प्राप्त कर लेंगे, तो हम उन्हें हरी झंडी दिखाएंगे और दिल्ली के लोगों को समर्पित करेंगे."
इन इलाकों में चलेंगी ये बसें
अधिकारियों के मुताबिक, इन बसों को चलाने के लिए बाहरी दिल्ली, संगम विहार, देवली, छतरपुर, वसंत कुंज, द्वारका, रोहिणी और नजफगढ़ जैसे कुछ क्षेत्रों की पहचान की गई है क्योंकि उनके पास बस स्टॉप और मेट्रो स्टेशनों से उचित कनेक्टिविटी नहीं है.
2 हजार फीडर बस खरीदने की योजना
बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार उन मार्गों पर संचालन के लिए 2,000 से अधिक फीडर बसें खरीदने की योजना बना रही है, जहां 12-मीटर बसें नहीं पहुंच सकती हैं. नई बस सेवा के रूट और परिचालन विशेषताओं को तय करने के लिए मई में परिवहन मंत्री द्वारा एक तकनीकी समिति का गठन किया गया था.