
दिल्ली में खुले में शराब पीने वालों के खिलाफ केजरीवाल सरकार धरपकड़ अभियान शुरू कर रही है. बुधवार से दिल्ली के सभी शराब दुकानों का जांच शुरू की गई है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ऐलान किया है कि शराब दुकान के बाहर पीकर हंगामा करने पर 10 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा. इससे पहले लोगों को जागरुक करने के लिए एक अभियान भी चलाया जाएगा.
मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि 'खुले में शराब पीने वालों से मैं अपील भी करना चाहता हूं और चेतावनी भी दे रहा हूं कि वे ऐसा न करें. क्योंकि ये महिला सुरक्षा व लॉ एंड ऑर्डर के खिलाफ है और लोगों के लिए भी परेशानी का सबब है. खुले में शराब पीने वालों और उनके परिवार के लिए भी ये ठीक नहीं है. उन्हें जेल जाना पड़ सकता है. जुर्माना भरना पड़ सकता है. दिल्ली में जहां भी शराब की दुकानें ठीक से काम नहीं कर रही हैं, लाइसेंस का उल्लंघन करके चल रही हैं और इन वजहों से लोगों को दिक्कत हो रही है, तो उनके खिलाफ सरकार बहुत सख्ती से पेश आएगी.'
इससे पहले मनीष सिसोदिया ने एक्साइज विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक में ये निर्देश जारी किए. बैठक में ये भी फैसला लिया गया कि दीपावली के बाद पूरी दिल्ली में एक सप्ताह तक जागरुकता अभियान चलाकर लोगों से खुले में शराब न पीने की अपील की जाएगी. लोगों को बताया जाएगा कि दिल्ली में खुले में शराब पीना अपराध है. लोगों को सजा और जुर्माने के बारे में भी बताया जाएगा. एक सप्ताह के जागरुकता अभियान के बाद खुलेआम शराब पीने वालों के खिलाफ धरपकड़ अभियान छेड़ दिया जाएगा.
एक्साइज विभाग की टीमें दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में रात 10 बजे तक निगरानी करेंगी. शराब की दुकानों के आसपास विशेष निगरानी रखी जाएगी. और खुले में या कार में बैठकर शराब पीने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी. दिल्ली सरकार के आदेश के बाद एक्साइज विभाग की टीमों ने 26 अक्टूबर यानी बुधवार से दिल्ली की सभी शराब की दुकानों का इंस्पेक्शन का काम शुरू कर दिया है.
किसी भी दुकान में किसी भी तरह के नियम का उल्लंघन पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. इंस्पेक्शन पर जाने वाली टीमें ये भी देखेंगी कि शराब की सभी दुकानों में सीसीटीवी लगाने के आदेश का पालन हो रहा है या नहीं. देखा जाएगा कि सीसीटीवी लगवाए गए हैं या नहीं. सीसीटीवी काम कर रहे हैं या नहीं. ये टीमें शराब की दुकानों के आसपास के माहौल को भी देखेंगे. ये देखेंगे कि कहीं दुकान आसपास का माहौल ओपन लिकर कंजप्शन को बढ़ावा देने वाला तो नहीं है. अगर ऐसा है तो शराब की दुकान के बाहर भी सीसीटीवी लगाना होगा जिससे वहां का का पूरा एरिया कवर हो जाए.