
कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार मध्यम पड़ी तो अब संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं. हर सरकार अपने-अपने स्तर पर कोरोना से निपटने की कवायद में जुटी है. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य महकमे की ओर से कहा गया है कि कोरोना से निपटने के लिए प्राकृतिक उपचार पर भी जोर दिया जाएगा. अब दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक में आयुर्वेदिक पद्धति से कोरोना इलाज होगा.
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि दवाओं के न्यूनतम उपयोग के साथ आयुष और प्राकृतिक उपचार पोस्ट कोविड मरीजों को ठीक करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से आयुष डॉक्टरों के एक डेलिगेशन ने मंगलवार को मुलाकात भी की. आयुष डॉक्टरों के डेलिगेशन ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से आयुष क्लीनिक के लिए बिजली सब्सिडी, मोहल्ला क्लीनिक में आयुष की शुरुआत और आयुष डॉक्टरों से कोविड-19 के बीच जैव चिकित्सा अपशिष्ट संग्रह पर लगाए जा रहे 890 रुपये का शुल्क माफ करने की मांग की.
आयुष डॉक्टरों ने बताया कि आयुष क्लीनिक छोटी-छोटी हैं और बायोमेडिकल अपशिष्ट का उत्पादन नहीं करते इसलिए आयुष क्लिनिक पर लगने वाले शुल्क को माफ या कम किया जाना चाहिए. आयुष डॉक्टर्स के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस संबंध में संबंधित विभागों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी दिए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने राजधानी दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक में आयुष के माध्यम से उपचार शुरू करने की मांग को भी स्वीकार कर लिया है. आयुष चिकित्सकों के मुताबिक उन्होंने कहा कि आयुष उपचार को शुरू करने के लिए दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक चयनित किए जाएंगे. आयुष डेलिगेशन ने आयुष के लिए ‘राज्य सलाहकार समिति’ बनाने का भी प्रस्ताव रखा है.