
5 सितंबर यानी शिक्षक दिवस पर दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार कोरोना काल में अहम भूमिका निभाने वाले शिक्षकों को सम्मानित करेगी. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, कोरोना के दौरान शिक्षकों ने अहम भूमिका निभाई. क्वारंटीन सेंटर में ड्यूटी से लेकर स्कूलों में राशन बांटने, वैक्सीन लगवाने और इंफोर्समेंट में शिक्षकों ने काम किया.
सिसोदिया ने कहा, शिक्षकों ने महामारी के दौरान ड्यूटी की. इसके साथ ही उन्होंने चुनौतियों के बीच ऑनलाइन क्लास भी जारी रखी. ऑनलाइन क्लासेज के लिए खुद पैसे देकर बच्चों का मोबाइल रिचार्ज कराया.
गोविंद से भी आगे गुरु
डिप्टी सीएम ने कहा, लोगों के प्रवास के दौरान शिक्षकों ने जिम्मेदारी लेकर बच्चों को दिल्ली में रुकवाया. शिक्षकों ने महामारी में यह साबित कर दिया कि गोविंद से भी आगे गुरु को रखना है. उन्होंने कहा, इस साल का जो टीचर्स अवार्ड होगा वो भी विशेष रहेगा. पहले ये अकेडमिक परफॉर्मेंस के आधार पर होते थे. लेकिन हमने 2016 में इसे ग्रैंड फंक्शन में बदला.
अब 3 साल के अनुभव वाले शिक्षकों को भी मिल रहा अवार्ड
मनीष सिसोदिया ने कहा, अवार्ड की संख्या को 103 से बढ़ाकर 122 कर दिया गया है. पहले 15 साल के अनुभव वाले टीचर्स को ही अवार्ड मिलता था, अब इस समय सीमा को 3 साल कर दिया गया है. अब हमने गेस्ट टीचर्स प्राइवेट स्कूल टीचर के लिए भी यह अवार्ड खोल दिया है. स्कूलों में छात्रों की संख्या के हिसाब से हमने अलग अलग कैटेगरी बना दी है.
इस साल हमने फेस ऑफ DEO के नाम से दो अवार्ड शुरू किए हैं. अब एक स्कूल से कितने भी टीचर अप्लाई कर सकते हैं, कोरोना के दौरान किसी ने काम किया है, तो उसे स्पेशल माना जाएगा इसबार 1108 आवेदन आए थे और 122 नाम चुने गए हैं.