
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के व्यापारिक हब कहे जाने वाले चांदनी चौक में बाजार के रास्ते पर लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रही इमारत के मालिक ने इसके राजस्थानी कलाकृति वाले हिस्से को हटाना शुरू कर दिया है. हालांकि, लगाते वक्त इसका उद्देश्य लोगों को संस्कृति और हैरिटेज के लिए जागरूक करना था, जबकि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने इमारत में किसी तरह के छेड़छाड़ ना कहे जाने की बात कहते हुए तोड़े जाने की चेतावनी दी थी.
किसी भी तरह के स्ट्रक्चरल चेंज में परिवर्तन ना करते हुए इसके मालिक को राजस्थानी कलाकृति तुरंत हटाने के बारे में कहा उत्तरी एमसीडी के द्वारा मालिक को नोटिस दिया गया. साथ ही यह भी कहा गया था कि न केवल वह इस सजावट को हटाए, बल्कि इमारत को उसकी पुरानी शक्ल में वापस भी लाए. ऐसा ना करने की दिशा में नॉर्थ एमसीडी की कार्रवाई होगी और पूरी इमारत को तोड़ दिया जाएगा. इससे पहले कि नॉर्थ एमसीडी का बुलडोजर चलता, मालिक ने खुद ही सजावट को हटाने की शुरुआत कर दी.
बता दें चांदनी चौक का पूरा इलाका शाहजहानाबाद डेवलपमेंट बोर्ड के तहत एक स्पेशल जोन है. ऐसे में इमारतों के साथ किसी भी तरीके की छेड़छाड़ करने की अनुमति नहीं दी गई है. इमारतों को उनके मूलभूत स्ट्रक्चर में रखते हुए सिर्फ उनको रिपेयर करवाया जा सकता है.
ऐसा इसलिए ताकि पुरानी दिल्ली के क्षेत्र की जो हेरिटेज है उसे संजोकर रखा जाए. वहीं, यह सवाल भी खड़े हो रहे हैं कि जब 2 महीने से काम चल रहा था तब इलाके के जूनियर इंजीनियर को इस बात की भनक क्यों नहीं लगी?