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दिल्ली हाईकोर्ट में कोरोना का कहर, चीफ जस्टिस डी.एन. पटेल हुए पॉजिटिव

दिल्ली हाईकोर्ट में 23 अप्रैल तक के लिए फिजिकल कोर्ट पूरी तरह से बंद है और वर्चुअल माध्यम से ही मामलों की सुनवाई हो रही है. वहीं वकीलों में भी संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसके चलते दिल्ली बार काउंसिल के तमाम दफ्तर राजधानी में बंद कर दिए गए हैं.

दिल्ली हाई कोर्ट (फाइल फोटो) दिल्ली हाई कोर्ट (फाइल फोटो)
पूनम शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 17 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 11:11 PM IST
  • सोमवार को हाईकोर्ट के तीन और जजों को भी कोरोना संक्रमित पाया गया था
  • चीफ जस्टिस की बेंच 19 और 20 अप्रैल को मामलों की सुनवाई नहीं कर पाएगी

दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डीएन पटेल भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक पटेल होम आइसोलेशन में हैं. कोर्ट से जुड़े सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है. कोरोना संक्रमित होने के चलते चीफ जस्टिस की बेंच 19 और 20 अप्रैल को मामलों की सुनवाई नहीं कर पाएगी. बता दें कि इससे पहले चीफ जस्टिस के साथ बैठने वाले जज जसमीत सिंह को भी कोरोना हो गया था. सोमवार को हाईकोर्ट के तीन और जजों को भी कोरोना संक्रमित पाया गया था. 

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हाईकोर्ट में 23 अप्रैल तक के लिए फिजिकल कोर्ट पूरी तरह से बंद है और वर्चुअल माध्यम से ही मामलों की सुनवाई हो रही है. हालांकि दिल्ली में जिस रफ्तार से हर दिन कोरोना की रफ्तार बढ़ती जा रही है, उसे देखते हुए लगता है कि 23 अप्रैल के बाद भी अदालतों का काम आगे भी वर्चुअल मोड में ही संभव हो पाएगा. न सिर्फ कोर्ट बल्कि जिला अदालतों में भी फिलहाल वर्चुअल मोड में ही सुनवाई हो रही है.

वहीं वकीलों में भी संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसके चलते दिल्ली बार काउंसिल के तमाम दफ्तर राजधानी में बंद कर दिए गए हैं. इसके अलावा दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने भी अपना दफ्तर बंद कर रखा है. दिल्ली में पिछले साल मार्च में हुए लॉकडाउन के बाद से ही हाईकोर्ट में सभी कोर्टरूम में नियमित सुनवाई शुरू नहीं हो पाई थी.

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लेकिन दिल्ली के सुधरते हालातों को देखते हुए 15 मार्च से हाईकोर्ट की सभी बेंच ने फिजिकल मोड में काम करना शुरू किया था. लेकिन दो-तीन हफ्तों की सुनवाई के दौरान ही दिल्ली के हालात कोरोना वायरस से दोबारा बिगड़ने के बाद 9 अप्रैल से ही हाईकोर्ट प्रशासन ने सर्कुलर जारी करके हाईकोर्ट के साथ-साथ सभी जिला अदालतों में फिजिकल हियरिंग बंद करा दी थी. तभी से सभी मामलों की सुनवाई वर्कशॉप मोड में ही हो रही है, लेकिन उसके बावजूद भी वकील और जजों का लगातार कोरोना से संक्रमित होना जारी है. 

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